संवाददाता।
कानपुर। नगर में सोमवार देर रात अपना पैलेस अपार्टमेंट में भीषण आग लग गई। बेसमेंट में लगी आग ने चंद मिनट में विकराल रूप ले लिया। इसमें 16 से अधिक परिवार फंस गए। आनन-फानन लिफ्ट और जीने से लोग नीचे की ओर भागने लगे मगर लिफ्ट बंद हो गई और सीढ़ियों पर धुआं भर गया। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स और 10 से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। इसके साथ ही 10 थानों की फोर्स और पुलिस लाइन से 50 सिपाहियों को बुलाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन 8:30 बजे शुरू हुआ, जो 11 बजे तक चला। टीम ने एक-एक कर 42 लोगों को रेस्क्यू किया। सबसे आखिरी में एक बिल्ली को रेस्क्यू किया गया। पूरी घटना रूपम चौराहे की है। यहां 4 मंजिला अपना पैलेस अपार्टमेंट है। बिल्डिंग के बेसमेंट में कई दुकानें हैं। इसके अलावा एक चप्पल का गोदाम भी है। बताया जा रहा है कि 8 बजकर 15 मिनट पर शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लगी। देखते-देखते आग की लपटें बेसमेंट से ऊपरी तल की ओर बढ़ने लगी। चंद मिनटों में आग ने पूरी बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। आग से चीख-पुकार मच गई। कोई सीढ़ियों से उतरने लगा, तो कोई लिफ्ट की तरफ भागा। मगर लिफ्ट खराब हो गई। सीढ़ियों पर धुआं पर भर गया। करीब 15 मिनट बाद फायर बिग्रेड की 10 गाड़ियां पहुंची। 10 थानों की फोर्स और पीएसी बुलाई गई। फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने बिल्डिंग को तीन तरफ से रेस्क्यू किया। मुख्य बिल्डिंग के साथ बगल की बिल्डिंग से भी सीढ़ियां लगाकर छत पर फायर कर्मी पहुंचे। इसके बाद बिल्डिंग के पीछे के हिस्से से लोगों को निकालने का काम शुरू किया गया। बिल्डिंग के अगल-बगल में रहने वालों को भी बाहर निकाला गया। घरों में रखे सिलेंडर भी हटाए गए। बिल्डिंग की तरफ आने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया। फिर एक-एक करके सभी को बाहर निकाला गया। 11.30 बजे तक रेस्क्यू चला। आदिल अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल पर रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी जीनतउल निशा के अलावा 1.5 साल का बेटा आहद और 3 साल की बेटी आयदा है। सीढ़ी के जरिए एक व्यक्ति ही एक बार में नीचे उतारा जा रहा था। खुद को आग से घिरता देख आदिल सब्र खो बैठे। उन्होंने चिल्लाकर कहा कि मैं बेटे को यहां से नीचे फेंक रहा हूं। देखना उसे कुछ हो न जाए। नीचे खड़े रिश्तेदारों ने 15 लोगों के साथ झुंड बना लिया। आदिल ने 1.5 साल के आहद को खिड़की से नीचे फेंक दिया और नीचे खड़े लोगों ने उसे कैच कर लिया। दूसरी मंजिल पर रहने वाली फातिमा बेहोश हो गई थीं। दमकल कर्मी उन्हें भी होश में लाए और पीठ पर लादकर नीचे उतारा। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने पहली मंजिल में रहने वाले तारीख और उनके परिजनों को उतारा गया। फिर तीसरी मंजिल से सहाबुद्दीन, अरशद और उनके परिजनों को निकाला गया। जॉइंट जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आग किन कारणों से लगी है, अभी इसका पता लगाया जाएगा। आग भड़कते ही पूरी मंजिल तक पहुंच गई। ऊपरी फ्लैट में रहने वाले लोग उसी में फंस गए। हालांकि सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बिल्डिंग में आग बुझाने के कहीं भी इंतजाम नहीं देखने को मिले।