November 22, 2024

 

संवाददाता
कानपुर। प्रदेश में फरवरी महीने में तीसरी बार मौसम करवट लेगा। कल यानी सोमवार से अगले 5 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट है। पश्चिमी यूपी से बारिश की शुरुआत होगी और पूर्वी यूपी के जिलों तक इसका असर रहेगा। आज से तेज हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं। वहीं, प्रदेश में कानपुर सबसे ठंड नगर रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 8.4°C रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, ताजा पश्चिमी विक्षोभ 17 फरवरी की रात पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचेगा। ये तेजी से यूपी की तरफ बढ़ रहा है। इसके आने से 23 फरवरी तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश होगी। वहीं 20 फरवरी को पश्चिमी यूपी के 13 जिलों में ओला गिरने के भी आसार हैं। सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, 19 से 23 फरवरी तक यूपी के अलग-अलग हिस्सों में बारिश और तेज हवाएं चलेंगी। किसानों को सलाह दी गई है कि खेतों में फिलहाल अभी कोई सिंचाई न करें। बारिश से खेतों में पानी की कोई कमी नहीं होगी। आगरा ,अलीगढ़, अमरोहा, बदायूं, बागपत, बरेली, बिजनौर, बुलंदशहर, एटा, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, कासगंज, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फर नगर, रामपुर, सहारनपुर, संभल और शामली में येलो अलर्ट जारी किया गया है।आगरा ,अलीगढ़, बागपत, बिजनौर, एटा, फिरोजाबाद, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, आगरा ,अलीगढ़, अमरोहा, औरैया, बागपत, इटावा, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, हरदोई, जालौन, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, मैनपुरी, मुरादाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, सीतापुर, उन्नाव। आगरा ,अलीगढ़, अमरोहा, बदायूं, बागपत, बरेली, बिजनौर, बुलंदशहर, एटा, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, हाथरस, कासगंज, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शामली, हरदोई, जालौन, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, मैनपुरी, मुरादाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज में तेज हवाओं के साथ बारिश होगी। प्रदेश में कड़ी धूप निकलने की वजह से तापमान तेजी से बढ़ने लगा है। शनिवार को प्रदेश में बहराइच सबसे गर्म शहर रहा, यहां 28.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। न्यूनतम तापमान की बात करें तो कानपुर में 8.4 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। हवा की औसत गति 2.2 किमी. प्रति घंटा रही। वहीं सुबह और रात की गुलाबी ठंड अभी बनी रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, तापमान के उतार-चढ़ाव का फसलों पर असर पड़ना शुरू हो गया। खासकर चना और सरसों की फसल प्रभावित होने लगी है। चना में फली छेदक कीट लगने लगा तो सरसों में माहू की समस्या शुरू हो गई है। अगर तापमान में ऐसा ही उतार-चढ़ाव बना रहा तो सरसों सर्वाधिक प्रभावित हो सकती है। आलू और टमाटर अभी भी खेतों में हैं। उसमें झुलसा रोग लगने के आसार हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया, चने की फसल में फली छेदक कीट पनपने लगा है। मौसम के बदलाव का असर इसमें दिखने लगा है। सीएसए के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार सिंह के मुताबिक, इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। चने की फसल में फली छेदक कीट का नियंत्रण समय पर नहीं किया जाता है, तो पैदावार में लगभग 50% से 60% तक का नुकसान हो सकता है। 

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