संवाददाता।
कानपुर। नगर में जिला कारागार में बंद एक कैदी की मौत हो गयी। जिला अस्पताल उर्सला में परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बहनों का कहना है कि वह लगातार भाई से जेल में मिलने का प्रयास करती रहीं, लेकिन जेल प्रशासन ने नहीं मिलने दिया। मंगलवार को जब दोपहर को परिजन मिलने पहुंचे तो जेल में बंद उनके भाई को स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया। उर्सला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने भाई को मृत घोषित कर दिया। जिला अस्पताल इमरजेंसी गेट पर कैदी की तीन बहने रोती हुई नजर आईं। बहन सरिता ममता और मधु रोती हुई दिखाई दीं। उन्होंने बताया कि वह शूटरगंज के निवासी हैं। उनका भाई विवेक कुमार पाठक (35 वर्ष) को ग्वालटोली थाना पुलिस ने बीते शनिवार को एक मामले में भैरव घाट के पास से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद विवेक को जेल भेज दिया गया था। मृतक की बहन सरिता ने आरोप लगाया रक्षाबंधन के त्योहार की वजह से बाहर गई थी, माता और पिता दोनों ही नहीं हैं। वापस आने के बाद जेल में बंद भाई से मिलने का प्रयास किया। लेकिन वैक्सीन के सत्यापन की कागज ना होने के कारण नहीं मिलने दिया गया। इसके बाद जब बुधवार को दोपहर विवेक की बहन जिला कारागार मिलने पहुंची, तो बताया गया की विवेक की तबीयत नहीं ठीक है और उसे स्ट्रेचर से बाहर लाया गया। उन्होंने बताया उर्सला जिला अस्पताल में इमरजेंसी के डॉक्टरों ने विवेक को मृत घोषित कर दिया। परिजन लगातार जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।