आ स. संवाददाता
कानपुर। इस बार दीपावली की रात सितारों और चांद सी शेप वाली डिजाइनर रंग-बिरंगी लाइटों से शहर को जगमगाने की तैयारी नगरवासियों की ओर से की जा रही है। बिजली के बाजारों में इस बार पूर्णमासी चांद के आकार की गोल और सितारों के आकार की एलईडी लाइटों की खास मांग हो रही है। यही नही छोटे पेडों पर बिजली के बल्ब वाली सजावट भी लोगों को बेहद आकर्षित कर रही है। नगर के जवाहर नगर, मनीराम बगिया,लाल बंगला गोविन्द नगर, किदवई नगर के बाजार और, सजावट की दुकानों में लगी नई-नई वेरायटी की फैंसी लाइटें हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। इनमें सबसे खास रिमोट से बदलती रंगीन लाइटें और जगमगाते दीपक के साथ झालर व लड़ियां अपनी अलग ही चमक बिखेर रहे हैं। शहर में कई जगहों पर रंग-बिरंगी लाइटों की दुकानें भी सजकर तैयार हैं। दुकानों में लाइटों की अलग-अलग सैकड़ों वेरायटी उपलब्ध हैं, जो ग्राहकों को काफी पसंद आ रही हैं। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस बार इन लाइटों के दामों में भी वृद्धि देखने को मिली है, लेकिन इनकी बिक्री पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता दिखायी दे रहा है। साथ ही धनतेरस से इनकी बिक्री में और इजाफा होने की उम्मीद है। बाजार में बिकने वाली लाइटें अधिकतर दिल्ली से यहां आ रही हैं। इनकी खास डिजाइनों के साथ इनमें रंगीन एलईडी बल्ब लगाए गए हैं। बाजार में घरों की सजावट को लेकर कई तरह की लाइटें उपलब्ध हैं। इनमें खासकर लड़ियों (छोटी-छोटी लाइट) के साथ-साथ रोप लाइटें अधिक पसंद की जा रही हैं। दुकानदारों के अनुसार रोप लाइटों की खास बात यह है कि यह जल्दी से खराब नहीं होती हैं। अगर हो भी जाती हैं, तो केवल एक मीटर तक ही होती हैं, जिसे हाथों-हाथ सही भी किया जा सकता है। इसकी बाजार में करीब अलग-अलग तरह की दस से अधिक वेरायटी बाजार में उपलब्ध हैं। बिजली की लाइटों के विक्रेता अभिनव श्याम तिवारी ने बताया कि इस बार बाजार में लाइटों की खूब वैरायटी उपलब्ध है। दामों की बात करें, तो पिछले साल के मुकाबले इस साल 10 से 15 फीसदी की वृद्धि हुई है। पहले दशहरे से ही बिक्री शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार ग्राहकों का आना अभी तक उतनी मात्रा में नही रहा है। उन्होंने उम्मीद जतायी है कि एक दो दिनों में ग्राहक बाजार की तरफ आने लगेंगे। वहीं दुकानदार शिवनारायन ने बताया कि इस बार चांद और सितारों के आकार वाली लाइटों की मांग पिछली बार की तुलना में अधिक है। उन्होंने बताया कि कई दशकों पूर्व इस प्रकार की लाइटों का प्रयोग रामलीला और शादियों में सजावट के दौरान किया जाता था अब वह दौर एक बार फिर से लौटकर आ गया है। जनता की मांग को पूरा करने के लिए हर छोटा बडा दुकानदार इस प्रकार का माल मंगवा रहा है। दीपावली से कुछ दिन पहले ही बिक्री होती है। लाइट दुकानदार आफताब के मुताबिक इस बार 40 से शुरु होकर 2500 रुपए तक के बिजली के सजावट के सामान जिसमें पेड पर लगी और लटकने वाली लाइटें मुख्य रूप से शामिल हैं उनकी मांग पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लाइटों की सभी वेरायटी लगभग दिल्ली से ही आती है।जिसमें रोप लाइटें, झालर, रंगीन बल्ब, वॉल लाइटें, स्ट्रिप लाइटें, स्टार लाइटें, एलईडी लाइटें, झूमर, सिंगल लाइट, घूमने वाला बल्ब आदि हैं जो लोगों को खूब भा रही हैं।