
आ स. संवाददाता
कानपुर। पति का साथ छोड़ने वाली और सरकारी नौकरी मिलने के बाद पति से एक करोड़ रुपए की डिमांड करने वाली पत्नी की सच्चाई अब सामने आ गई है। पत्नी का कहना है कि उन्होंने एक करोड़ रुपए की कोई डिमांड नहीं रखी। न ही उन्होंने कभी पति को छोड़ने की बात कही। आरोपी पत्नी लक्षिता ने कहा कि वो पति के साथ रहती थी और उन्हीं के साथ रहना चाहेंगी। यह सब उनके खिलाफ रचा गया षड्यंत्र है। पत्नी लक्षिता ने इस मामले में पुलिस के सामने प्रस्तुत होकर अपने बयान दर्ज कराए हैं।
हंसपुरम नौबस्ता निवासी स्कूल संचालक बजरंग भदौरिया ने पत्नी लक्षिता समेत अन्य ससुराल वालों के खिलाफ नौबस्ता थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। बजरंग भदौरिया का आरोप था कि विवाह के बाद पत्नी लक्षिता की दिल्ली में सरकारी नौकरी लग गई थी। इसके बाद उसने पति के साथ रहना बंद कर दिया। साथ ही उसने पति को यह भी धमकी दी थी कि वो जैसे चाहेगी वैसे रहेगी। इसके बाद जब उसका मन आता था ससुराल आती थी जब मन आता था चली जाती थी। पति बजरंग ने कहा था कि वो उसके साथ रहने के लिए कनाडा से अपना काम धाम छोड़कर यहां चला आया था।
पति ने आरोप लगाया था कि पत्नी लक्षिता और अन्य ससुरालीजन उसके यहां आए थे और उससे मारपीट और गाली गलौज की साथ कहा कि अगर वो चाहता है कि पत्नी उसके साथ रहे तो एक करोड़ रुपए दे दे। इस मामले में पुलिस विवेचना कर रही थी।
इस मामले में अब लक्षिता सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि मैने किसी तरह के पैसे की कोई डिमांड नहीं की। मैं तो उनके साथ रहती थी। मेरे पति बजरंग भदौरिया ने गलत इल्जाम लगाया है। हमारा सेटेलमेंट 17 दिसम्बर को हो गया था। मगर उन्होंने झूठी कहानी बनाकर फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी है। मैं उनके साथ रहने गई थी, किसी प्रकार की कोई मारपीट नहीं हुई। सिर्फ षड्यंत्र रचा गया है। परिवार वालों ने कहा कि बेटी नौकरी छोड़ना चाहती थी, मगर उन्हीं लोगों ने उसे नौकरी नहीं छोड़ने दी। ससुराल वालों का व्यवहार उसके साथ अच्छा नहीं था।
पुलिस की जांच में एक और खुलासा हुआ है। 12 दिसम्बर को जो मारपीट की घटना बताई गई थी, वो दरअसल कुछ और ही थी। एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया कि उस दिन दोनों पक्षों में बातचीत चल रही थी। इसी दौरान लड़के पक्ष की तरफ से 112 नम्बर पर कॉल कर सूचना दी गई कि बेटे के साथ मारपीट कर उसका अपहरण कर लिया गया है। पीआरवी मौके पर पहुंची तो खुद लड़के ने यह कहकर वापस कर दिया कि पति पत्नी का विवाद है, कुछ नहीं है। इसपर पीआरवी वापस लौट आई थी और अपनी रिपोर्ट लगाकर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई थी।
एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने बताया इस प्रकरण में महिला समेत परिजनों के बयान दर्ज किए गए हैं।