
संवाददाता
कानपुर। घाटमपुर में पिछली रात आए तूफान ने भारी तबाही मचाई। तूफान में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। थाना क्षेत्र के गुगुरा गांव में 60 वर्षीय शिवनारायण की छत से गिरकर मौके पर ही मौत हो गई।
तूफान के कारण घाटमपुर तहसील क्षेत्र में करीब 200 पेड़ सड़कों पर गिर गए। इससे भीतरगांव साढ़ मार्ग, साढ़ कुढ़नी मार्ग, कानपुर सागर हाईवे और घाटमपुर लिंक मार्ग बाधित हो गए। कानपुर सागर हाईवे पर स्टेशन रोड के सामने गिरे पेड़ के कारण यातायात दो घंटे तक प्रभावित रहा।
पुलिस पीएनसी की टीम ने क्रेन की मदद से पेड़ को हटाकर यातायात बहाल कराया। सुबह से वन विभाग और पुलिस की टीमें सड़कों से पेड़ों को हटाने में जुटी रहीं। लगभग एक घंटे तक चली तूफानी हवाओं से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
घाटमपुर तहसील क्षेत्र में स्थित पतारा भीतरगांव सजाती रोड में 30 से अधिक स्थानों पर लगे टीन सेड टूट गए हैं कई कारखानो के ऊपर लगी सोलर प्लेट तक उड़ गई है। सोलर प्लेट के हवा में उड़ने से कारखाना मालिकों का हजारों का नुकसान हो गया है।
साढ़ थाना का मेन गेट तूफान में टूटकर गिर गया। इसके साथ ही थाना परिसर में लगी टीन शेड भी उड़ गई। तूफान से थाना परिसर में स्थित बैरिकेडिंग भी इधर उधर हो गई। सुबह पुलिस कर्मियों ने उन्हें उठाक किनारे की तरफ रखाया।
घाटमपुर तहसील क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में गांव के किनारे से ही सड़कों पर पर पेड़ टूटकर गिर गए जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। लोग गांव में ही फंसे हुए थे, सुबह से वन विभाग की टीम प्रमुख मार्गो को खाली करने में जुटी रही इसके बाद ग्रामीण व लिंक मार्गो को खाली कराया गया इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों और लिंक मार्गो पर यातायात बहाल हो सका।
घाटमपुर एसडीएम अविचल प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात तेज हवाएं चली, जिससे तहसील क्षेत्र में लाखों का नुकसान हुआ। हालांकि राजस्व टीमों को नुकसान के आकलन के लिए लगाया गया। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के बिधनू मे तेज आँधी और खराब मौसम ने बिधनू क्षेत्र की बिजली व्यवस्था को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। बिधनू उपकेंद्र की मुख्य लाइन समेत इससे जुड़े सभी फीडरों जामू, छतरापुर, बेहटा, बिधनू, कुम्हूपुर, मझावन और कृषि फीडर की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई ।
तेज हवाओं के साथ आए तूफान ने कई जगह बिजली के पोल उखाड़ दिए, तार टूट गए और कुछ स्थानों पर पेड़ विद्युत लाइनों पर गिर पड़े। इसके चलते आधी रात से ही क्षेत्र के अधिकांश गाँवों में अंधेरा पसरा रहा। स्थानीय लोगों के अनुसार, तेज बारिश व आंधी के बीच अचानक बिजली चली गई, जिसके बाद बहाल नहीं हो सकी ।
विद्युत विभाग की टीमों ने गुरुवार सुबह से पेट्रोलिंग शुरू कर दी । नुकसान का आकलन कर मरम्मत का कार्य तेजी से चला। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सप्लाई बहाली में समय लगा, क्योंकि कई जगह पोल लगाने और तार खींचने का कार्य करना पड़ा।