कानपुर। कार्यकारिणी में लिये ही नहीं, बल्कि उसका निर्णय या किसी भी मामले का पुख्ता निर्णय आम सभा में ही होती है। अध्यक्ष ने अपने शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया और संघ की कार्यकारिणी में 6 नये सदस्यों को इस वजह से जोड़ दिया, ताकि उनके पास कार्यकारिणी में बहुमत हो जाये। यह आरोप यूपी एथलेटिक्स संघ के सचिव डॉ० देवेश दुबे ने अध्यक्ष आशुतोष भल्ला की गलत नीतियों पर लगाते हुए कहा। शनिवार को उन्होंने पत्रकारों को बताया कि संवैधानिक नियमों के तहत अगर अध्यक्ष मीटिंग बुलाने को तैयार नहीं होता है और सदस्यों में शामिल हो जाता है, तो जनरल कौंसिल के कम से कम 15 सदस्यों को मीटिंग बलाने का अधिकार प्राप्त है। डॉ० देवेश दुबे ने बताया कि संघ के अध्यक्ष ने यह पूरा षड़यंत्र सचिव के ऊपर गबन के फर्जी मामले प्लांट कर किया था। जनरल काउन्सिल की मीटिंग जो 25 दिसम्बर को कानपुर में आयोजित की गयी थी, उसमें कुछ महत्वूपर्ण निर्णय लिये गये थे। संघ के नये कोषाध्यक्ष ने 2023-24 फाईनेन्सियल ब्यौरा जनरल काउन्सिल के समक्ष रखा। यह वही ब्यौरा था, जिस पर अध्यक्ष ने गलत आरोपों के बूते षड़यंत्र किया था। संघ ने इस मीटिंग में सभी सब-कमेटियाँ भी भंग की थी। उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स एसोसियेशन में बीते दो माह से चल रही अस्थिरता के बावत संघ के सचिव डॉ० देवेश दुबे ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और कानपुर में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेस में उन्होन सिलसिलेवार संघ के विपरीत आचरण करने वालों को बेनकाव किया है। डॉ० देवेश दुबे ने प्रेस को बताया कि उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष श्री आशुतोष भल्ला ने बीते 16 नवम्बर, 2024 को एक आकस्मिक कार्यकारिणी की बैठक जूम मीटिंग बुलाई। अध्यक्ष ने यह बैठक आनन-फानन में नियम विपरीत अल्प अवधि में बुलाई। कार्यकारिणी के 23 सदस्यों में से महज 7 सदस्य ही जूम मीटिंग में उपस्थित रहे, जो और भी असंवैधानिक था। हालांकि अपने दस्तावेज में उन्होने 20 सदस्यों की उपस्थिति दिखाई। अगर सभी के हस्ताक्षर 16 नवम्बर को मीटिंग स्थल पर ही हुये तो फिर जूम मीटिंग की क्या आवश्यकता थी? संघ सचिव डॉ० देवेश दुबे ने बताया कि संघ के खिलाफ अध्यक्ष द्वारा कुछ महीनों पूर्व से चल रहे षड़यंत्र एवं सड़क पर हो रहे हस्ताक्षर अभियान की जानकारी जब आम सभा के सदस्यो को हुई, तो उन्होने इसका पुरजोर विरोध भी किया। आम सभा की मीटिंग आम सभा के ही बुलाने पर आयोजित की थी, जिसमें संघ के विपरीत आचरण और अनुशासन बिगाड़ने तथा संघ के बैंक एकाउण्ट के साथ छेड़-छाड़ करने, विभिन्न जिलों को डराने-धमकाने जैसे आचरण को देखते हुये संघ के अध्यक्ष आशुतोष भल्ला को उनके पद से तत्काल हटा देने की कार्यवाई की गयी जिस पर मीटिंग में उपस्थित सभी जनरल कौंसिल के सदस्यों ने अपने सहमति जताई व इस निर्णय को पुख्ता कर दिया।वह अब संघ के 44 यूनिट सदस्योंे के साथ विरोध प्रकट कर कानूनी कार्यवाई करने का ऐलान कर रहे हैं।पत्रकार वार्ता में संघ के संयुक्त सचिव समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
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