
आ स. संवाददाता
कानपुर। उद्दन्डता करने पर छात्रों को डांट फटकार की जा सकती है। परन्तु छात्रों को शारीरिक दंड देना कानूनन अपराध है। इसके बावजूद भी नारामऊ में रामा किड्स विला स्कूल के प्रिंसिपल ने आठवीं में पढ़ने वाले छात्र नवल यादव को सिर्फ होमवर्क न करने पर बेरहमी से पीटा। सबसे दुःखद यह है कि पीड़ित छात्र के माता और पिता दोनों ही दिव्यांग हैं। उसकी दिव्यांग मां ने किसी तरह अपनी ट्राईसाईकिल से स्कूल पहुंचकर प्रधानाचार्य से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कहा जो करना है कर लो।
इस मारपीट की घटना से क्षुब्ध छात्र की तरफ से मंधना चौकी में तहरीर दी गई है। लेकिन छात्र नवल की मां का आरोप है कि पुलिस उल्टा उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रही है।
नारामऊ के रामा किड्स विला स्कूल में पढ़ रहा नवल यादव आठवीं का छात्र है। नवल के दिव्यांग पिता अशोक यादव आर्य नगर स्थित एक बेकरी शॉप में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हैं। उनका एक हाथ नहीं है। साथ ही साथ नवल की मां प्रतिभा भी पैरों से विकलांग हैं। वह बिना सहायता चल नहीं पाती।
शुक्रवार को नवल स्कूल में अपना होमवर्क करके नहीं गया था। इस पर नाराज हुए स्कूल के प्रधानाचार्य देवेन्द्र सिंह ने उसको छड़ी से बेरहमी से पीटा था। जब वह घर पहुंचा तो मां को उसने अपनी पीठ और हाथ पर छड़ी से पिटाई के निशान दिखाये। इतनी बुरी तरह पिटाई देखकर नवल को लेकर उसकी माँ किसी तरह अपनी ट्राईसाइकिल से शिकायत करने खुद स्कूल पहुंची।
मां प्रतिभा की स्कूल में प्रधानाचार्य से मुलाक़ात नहीं हुई। तो उन्होंने प्रधानाचार्य से फोन पर बात की तो उसने कहा कि जो करना है कर लो।
प्रिंसिपल के इस मनमाने रवैये पर प्रतिभा अपने बेटे नवल को लेकर मंधना चौकी गई और वहां पर बेटे से प्रधानाचार्य के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी।