June 20, 2025

संवाददाता

कानपुर।  बिल्हौर में अरौल के खासपुर गांव में एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां पूर्व प्रधान अशोक कटियार पर 24 मई की रात को हुए हमले के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। 

पड़ोसियों ने रंजिश के चलते पूर्व प्रधान को ईंट-पत्थर और लाठी-डंडों से मारा था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
पुलिस ने कृष्णा,कमलेश,रामदीन और रमन के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया। इनमें से केवल कमलेश को 28 मई को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। बाकी तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस उन्हें पकड़ने में नाकाम रही है।

गांव में स्थिति इतनी भयावह है कि लोग धीमी आवाज में बात करते हैं। उन्हें डर है कि आरोपियों के लोग उनकी बातें सुन लेंगे। फरार आरोपियों के परिवार की महिलाएं ग्रामीणों को धमकी दे रही हैं। इस वजह से 34 परिवारों ने अपने घरों पर बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिए हैं।
पूर्व प्रधान और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी लोग महेश कुमार,सुधा कटियार,पंकज कटियार और शैलेन्द्र कटियार सहित कई ग्रामीणों पर हमला कर चुके हैं। आरोपियों पर अवैध हथियार रखने,डकैती,चोरी और छिनैती सहित कई मुकदमे दर्ज हैं। ये लोग कई बार जेल भी जा चुके हैं।
लगभग चार साल पहले इन्होंने एक दलित परिवार की नाबालिग बेटी का अपहरण किया था। तत्कालीन थाना प्रभारी ने कार्रवाई करने की बजाय नाबालिग का विवाह आरोपी परिवार के युवक से करवा दिया था। इसके बाद पीड़ित परिवार ने गांव छोड़ दिया और अब तक वापस नहीं लौटा।
आरोपी परिवार दलित होने का फायदा उठाकर संपत कुमार कटियार,महेश कुमार सहित कई ग्रामीणों पर झूठे मुकदमे दर्ज करा चुका है। गांव की कई लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया है। एक युवती ने इसके बाद आत्महत्या कर ली थी। एक मामला पुलिस तक पहुंचा भी, लेकिन दबाव में आकर पीड़ित परिवार ने समझौता कर लिया।
ग्रामीणों का आरोप है कि इन आरोपियो ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण कर लिया है।सरकारी रास्ता भी बंद कर दिया है।सफेदपोश लोगों का संरक्षण होने के कारण पिछली सरकारों में भी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।