February 7, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  राज्यकर उपायुक्त के पद पर कार्यरत राजकुमार साइबर ठगी का शिकार हो गए। ई सिम कार्ड एक्टिवेट कराने के नाम पर साइबर ठगों ने उनके मोबाइल को रिमोट कंट्रोल एक्सिस पर ले लिया। अधिकारी का तीन दिन तक फोन बंद रहा। जब उन्हें शंका हुई तो उन्होंने बैंक में पूछा। तब पता चला कि उनके खाते से 7.37 लाख रुपए ट्रांसफर हो गए हैं। अधिकारी ने साइबर थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। साइबर थाना पुलिस उन खातों को सीज कराने का प्रयास कर रही है। जिनमें पैसा गया था।
राज्य कर उपायुक्त राजकुमार के मुताबिक जब वह  गाजियाबाद जा रहे थे। तब उनके मोबाइल फोन पर जियो कस्टमर केयर के नाम से एक कॉल आई। फोन करने वाले ने जानकारी दी कि उनका ई सिम में फोन एक्टिवेट होना है। यदि नहीं किया गया तो 24 घंटे में फोन बंद हो जाएगा। उसने एक्टिवेट करने के लिए मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा और उसमें ओटीपी जनरेट करने के बाद ओटीपी मांग लिया। उपायुक्त ने ओटीपी बता दिया।
उपायुक्त के मुताबिक शातिर ने व्हाट्स एप प्रोफाइल पर जियो कम्पनी का लोगो लगा रखा था और उसमें लिखा था जियो सर्विस सेंटर। उपायुक्त ने बताया कि लिंक भेजने के बाद शातिरों ने लिंक भी डिलीट कर दिया था। ओटीपी बताने के बाद ही फोन ने काम करना बंद कर दिया। फोन पर सभी प्रकार की मैसेज सर्विस और कॉल आना बंद हो गई। इसके बाद अगले दो दिन अवकाश रहा। जियो काल सेन्टर पर काल करने पर बताया गया न्यू सिम इश्यू करा लें। नया सिम लेने गए तो पता चला कि आधार नम्बर वाले फोन नम्बर पर ओटीपी आयेगा। जो बताना होगा। मगर फोन डेड होने के कारण उसपर कोई मैसेज नहीं आ रहा था। फिर आधार सेवा केन्द्र पर जाकर मोबाइल नम्बर चेंज कराया गया।
आधार में मोबाइल नम्बर चेंज कराने के बाद उपायुक्त ने फिर से जब सिम इश्यू कराया। तब उन्हें कुछ शंका हुई। जिसके बाद वह अपनी बैंक में खाते के बारे में जानने पहुंचे। वहां पर उपायुक्त के होश उड़ गए। उनके बैंक में लगातार ट्रांजेक्शन हुआ था। उनके खाते से 7.37 लाख रुपए निकाल लिए गए।
साइबर थाना इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा के मुताबिक तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जिन खातों में पैसा दिया गया उन्हें सीज कराने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस जल्द ही आरोपियों तक पहुंच जाएगी।