May 23, 2025

संवाददाता

कानपुर।  पाकिस्तान द्वारा हमला किए जाने और भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए शहर के रक्षा व महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानो की सुरक्षा बढ़ाकर शहर में हाईअलर्ट लागू कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने इस तरह का प्लान तैयार किया है जिससे शहर का कोई भी हिस्सा सुरक्षा घेरे से बाहर न रहे। अधिकारियों को अपने क्षेत्र के साथ ही विशेष तौर पर अलग अलग सुरक्षा व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

पुलिस ने आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कमर कस ली है। शहर के 12 प्रतिष्ठानों जिसमें प्रतिरक्षा संस्थान भी शामिल हैं, उनकी निगरानी के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही शहर के 35 सामरिक महत्व के स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाने की कवायद शुरू की गई है। सुरक्षा की दृष्टि से इन संस्थानों और प्रतिष्ठानों का नाम नहीं खोला गया है। एडीशनल सीपी के निर्देशन में हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिए गए हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी जोनवार चारों डीसीपी को सौंपी गई है। जिसके बाद वह थानावार एसएचओ को सुरक्षा व्यवस्था के लिए निर्देशित करेंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर सबसे सॉफ्ट टारगेट सोशल मीडिया को माना गया है। सोशल मीडिया पर तमाम फर्जी मैसेज से लेकर वीडियो और भड़काऊ पोस्ट तेजी से पोस्ट की जा रही है। एडीसीपी एलआईयू राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि भारत पाक के बीच तनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर भी भ्रामक व टिप्पणी करती हुई खबरें, वीडियो अपलोड कर अफवाह फैलाई जा रही है। एआई तकनीक का प्रयोग करके भी ऐसे वीडियो बनाए जा सकते हैं। सोशल मीडिया पर पोस्ट, वीडियो, पाडकास्ट तेजी से वायरल होते हैं।

इसे देखते हुए निगरानी के लिए एसीपी कल्याणपुर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वह साइबर सेल के साथ मिलकर 24 घंटे सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर निगाह रखेंगे। ऐसी किसी भी तरह की भ्रामक पोस्ट व वीडियो पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा को देखते हुए पुलिस रेस्पांस व्हीकल डायॅल-112 और चीता मोबाइल को भी सक्रिय कर दिया गया है। दिन रात के लिए अलग-अलग ड्यूटी लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। पेट्रोल पंप पर खास नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। एडीसीपी मनीष सोनकर को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय सूचनाओं पर नजर रखने और ऐसी सूचनाओं से अधिकारियों को तत्काल सूचित कराने की जिम्मेदारी एडीसीपी एलआईयू राजेश कुमार श्रीवास्तव को दी गई है। वह आईबी, एटीएस, एसटीएफ, सैन्य खूफिया एजेंसियों से संपर्क करके जानकारियां साझा करेंगे।
एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि जीआरपी और आरपीएफ से समन्वय बनाकर रेलवे स्टेशन, गंगा पर बने रेलवे पुल और ट्रैक की मानीटरिंग कराई जा रही है। पावर प्लांट और टावरों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई हैं। खूफिया को भी सक्रिय कर दिया गया है।

होटल रेस्टोरेंट संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि बिना आधार कार्ड के किसी को भी ठहरने न दें। जरा भी कोई शक हो तो तत्काल पुलिस को सूचना दें। आम नागरिकों से भी समन्वय बनाकर सुरक्षा को पुख्ता करने के इंतजाम किए जा रहे हैं। शहर में प्रवेश वाले मार्गों पर बैरीकेडिंग लगाकर वाहनों की जांच की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानों और चौकीदारों के साथ समन्वय बनाकर पुलिस को काम करने के निर्देश दिए गए हैं।
एडीशनल सीपी हरीश चन्दर ने कहा कि सभी प्रमुख स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर 24 घंटे निगाह रखी जा रही है। माहौल खराब करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। ब्लैक आउट के दौरान जहां थोड़ी बहुत कमी रह गई थी, उसे चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें भी दुरुस्त कर लिया जाएगा।