February 13, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। जिला अस्पताल उर्सला से संबद्ध एएचएम डफरिन महिला चिकित्सालय में तीन सालो से लटका पड़ा फायर सिस्टम का काम पूरा नहीं हो पा रहा है।  
अभी ताज़ा ही घटी एक घटना में झांसी के मेडिकल कॉलेज में आग लगने के बाद भी इस अस्पताल फायर सुरक्षा की सुध लेने वाला कोई नहीं हैं। यहां पर यदि आग लगती है तो इसे बुझाने के लिए अस्पताल प्रशासन के पास एक भी पर्याप्त साधन नहीं हैं। 
डफरिन हॉस्पिटल 210 बेड का है। यहां पर शासन द्वारा  एक करोड़ की लागत से फायर सिस्टम लगाए जा रहे है।इस फायर प्रोजेक्ट का काम कार्यदायी संस्था ग्लोबल सेल कंपनी को दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि फायर सिस्टम तो लगा दिया गया है लेकिन अभी तक रैंप नहीं बनाई गई है। यदि रैंप नहीं बनाई जाएगी तो आपात स्थिति में मरीजों को कहा से बाहर निकाला जाएगा।
मुख्य चिकित्सक अधीक्षिका डॉ.रुचि जैन ने बताया कि फायर सिस्टम का काम 2021 में कंपनी को सौंपा गया था। इस काम को करने के लिए एक साल का समय था, लेकिन रैंप न बनने की वजह से कंपनी से फायर सिस्टम का हैंड ओवर नहीं लिया जा रहा है। 
डॉ. रुचि जैन ने बताया कि फायर सिस्टम जल्द चालू  करने के लिए हम लोग भी काफी समय से प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए कई बार कंपनी को पत्र भी लिखा जा चुका है।