June 20, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरि दत्त नेमी ने 5 माह पूर्व शहर का कार्यभार ग्रहण किया था। इसके बाद उन्होंने सीएचसी और पीएचसी में ताबड़तोड़ छापे मारी करके खूब सुर्खियां बटोरी थी, लेकिन इसी बीच उन्होंने धड़ाधड़ डॉक्टरों के ट्रांसफर भी किए। 13 दिन के अंदर उन्होंने तीन डॉक्टरों के 7 बार ट्रांसफर किए। इससे शहर के डॉक्टर परेशान हो गए। मामला जिलाधिकारी तक पहुंच गया। इसके बाद जिलाधिकारी ने सीएमओ को ही तलब कर लिया और उन्हें कारण बताओं नोटिस भी जारी कर दिया। सूत्रों की माने तो अभी तक सीएमओ अपना जवाब नहीं दे पाए हैं।
डॉ. हरी दत्त नेमी ने जितनी तेजी से डॉक्टरों का ट्रांसफर किया उतनी ही तेजी दिखाते हुए उन्हें पुन: उसी जगह तैनाती दी जहां पर उनकी पूर्व में तैनाती थी। खास बात तो ये है कि यदि डॉक्टरों को वहीं पर तैनाती देनी थी तो फिर ये बार-बार ट्रांसफर किस कारण से किए गए।
अब चिकित्सा विभाग में ये मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, जिन डॉक्टरों के ट्रांसफर किए गए थे अब लोग पीठ पीछे उनकी भी तारीफ कर रहे है। कोई कह रहा कि साहब को ऐसा क्या समझा दिया? तो कोई कह रहा है साहब की नाराजगी लगता है दूर कर दी?
जनवरी 2025 में कानपुर में चार्ज संभालने के बाद सीएमओ डॉ. हरी दत्त नेमी ने 21 फरवरी को जिला कारागार में तैनात डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी का ट्रांसफर सीएससी चौबेपुर किया और वहां पर तैनात डॉ. समीर नारायण सिंह का ट्रांसफर सीएचसी भीतरगांव किया।
इसके बाद उन्होंने 27 फरवरी को फिर लेटर जारी करते हुए डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी का ट्रांसफर रद्द करते हुए उन्हें पुन जिला कारागार दे दिया, लेकिन डॉ. समीर को सीएचसी बिठूर भेज दिया।
इसके बाद डॉ. समीर बिठूर में ज्वाइन भी नहीं कर पाए थे कि तभी फिर से उनके नाम से एक लेटर जारी करते हुए कहा गया कि 27 फरवरी को जारी आदेश को संशोधित करते हुए उनका स्थानांतरण अग्रिम आदेशों तक जिला क्षयरोग अधिकारी कानपुर नगर के अधीन किया जाता है।
इसके बाद फिर से 3 मार्च को दो लेटर जारी किए गए जो कि एक डॉ. समीर नारायण सिंह के नाम का था और उसमें लिखा था कि डॉ. समीर नारायण सिंह चिकित्साधिकारी, कारागार चिकित्सालय को कार्यालय, जिला क्षयरोग अधिकारी कानपुर नगर के अधीन स्थानान्तरित किया गया था, यह आदेश तत्काल निरस्त किया जाता है। सम्बन्धित चिकित्साधिकारी पूर्व की भांति कारागार चिकित्सालय में कार्य करते रहेंगे।
उसी दिन दूसरा लेटर डॉ. आरएन सिंह के लिए जारी हुआ जिसमें लिखा गया कि प्रशासनिक आवश्यकताओं के दृष्टिगत डॉ. आरएन सिंह, वरिष्ठ परामर्शदाता, कारागार चिकित्सालय, कानपुर नगर को पुलिस चिकित्सालय, कानपुर नगर में रिक्त वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर तैनात किया जाता है।
डॉ. हरी दत्त नेमी का कहना है कि किसी भी डॉक्टर का ट्रांसफर बार-बार नहीं किया गया है, जिलाधिकारी ने जो जवाब मांगा था वो मैंने दे दिया है। मेरे जवाब से वो संतुष्ट भी हैं।