
संवाददाता
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर में आज ग्रामीण महिलाओं को सॉफ्ट ट्वायज बनाने के प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर डॉ. निमिषा अवस्थी ने बताया कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाना ताकि वे अपने जीवन के फैसले खुद ले सकें और समाज में समान अवसर प्राप्त कर सकें। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक स्वतंत्रता जैसे महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं, जिनके माध्यम से महिलाएं अपनी पूरी क्षमता का एहसास कर सकती हैं।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने हेतु डॉ. निमिषा अवस्थी ने कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर, कानपुर में पांच दिवसीय रोजगार परक सॉफ्ट ट्वायेस बनाने का प्रशिक्षण आयोजित किया ।
कार्यक्रम में केंद्र के प्रभारी डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने से उन्हें अपने जीवन पर नियंत्रण रखने और अपने परिवार की देखभाल करने में मदद मिलती है।
चंद्र शेखर आज़ाद कृषि विश्वविद्यालय में 15 वर्ष तक कार्य कर चुकी डॉ. सुमायल अंजुम ने युवतियों को राखी व सॉफ्ट ट्वायज बनाना सिखाया, साथ ही उन्होंने बताया की ये खिलौने एक्सपोर्ट होते हैं, और इनको विदेशों में पेट्स के लिए खरीदते हैं।
एक्सपोर्टर ठाकुर जी बुटीक की प्रियंका सिंह ने प्रशिक्षण के उपरांत 9000 राखी व 4000 सॉफ्ट ट्वायज बनाने का ऑर्डर दिया।
कार्यक्रम में डॉ. राजेश राय, डॉ. अरुण कुमार सिंह, डॉ. खलील खान, डॉ. शशिकांत, शुभम यादव, प्रतापपुर से उमा, सोनम, फंदा से दिव्या, आरती, रजनी व बखरिया से राखी प्रियंका सहित 20 युवतियों ने प्रतिभाग किया।






