May 23, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  अप्रैल शुरू हो गया है, अगले दो माह के बाद  ही मानसून आने वाला है, लेकिन इस बार शहर के नालों की सफाई समय पर होती नहीं दिख रही है, क्योंकि अब तक नालों की सफाई के लिए टेंडर ही नहीं हुए हैं। आलम यह है कि शहर के 236 बड़े नालों में से 92 नालों की सफाई के लिए ठेकेदारों ने कोई रुचि ही नहीं दिखाई।वहीं, कई नालों के लिये एक ही फर्म ने टेंडर भरे।

अब इन सभी 92 नालों के लिए एक बार फिर से नगर निगम ने टेंडर निकाले हैं। 2 करोड़ रुपए से 92 नालों की सफाई होनी है, जिसके लिए 8 अप्रैल को एक बार फिर से टेंडर डाले जाएंगे। टेंडर की प्रक्रिया समाप्त होने पर वर्क ऑर्डर जारी होने के बाद नाला सफाई शुरू हो पाएगी।
शहर में बड़े 236 बड़े नाले हैं, जिनकी सफाई का जिम्मा नगर निगम के अभियंत्रण विभाग के पास है। बारिश शुरू होने से पहले अभियंत्रण विभाग ने 8 करोड़ रुपए से सभी 236 नालों की सफाई के लिए टेंडर जारी किया था। जिसे 29 मार्च को खोला गया। टेंडर खुलने के बाद करीब 92 नाले ऐसे सामने आए, जिनमें ज्यादातर टेंडर एक ही फर्म ने डाले या नालों की सफाई में किसी भी फर्म ने रुचि नहीं दिखाई।
जिसके बाद विभाग ने इन बाकी बचे 92 नालों की टेंडर प्रक्रिया दोबारा शुरू की है, जिसमें काफी लंबा समय लगेगा। इसका असर नाला सफाई पर पड़ेगा। अगर बारिश शुरू होने से पहले बड़े नालों की सफाई न हुई तो कानपुर वासियों को एक बार फिर से जलभराव की समस्या से जूझना पड़ेगा।
मुख्य अभियंता एसएफए जैदी ने बताया कि 92 नालों के टेंडर दोबारा निकाले गए हैं। 8 अप्रैल को निविदा अपलोड होगी और उसी दिन खोली जायेगी। जिसके बाद फर्म का चयन होने पर नाला सफाई के लिये वर्क आर्डर जारी कर दिया जायेगा। मुख्य अभियंता ने बताया कि जितने टेंडर खुल गए हैं, उनमें सफाई कार्य जल्द ही शुरू कराया जाएगा।