December 22, 2024

कैंसर के बाद भी नहीं टूटा  क्रिकेट का जुनून।

कानपुर। भारत बांग्लादेश टेस्ट मैच में ग्रीन पार्क स्टेडियम में जिस बांग्लादेशी सुपर फैन टाइगर रॉबी के साथ कथित मारपीट की बात सामने आई, उसे 24 घंटे के अंदर वापस घर भेज दिया गया। कानपुर से दिल्ली और फिर वहां से सीधे ढाका रवाना किया गया। यह बांग्लादेशी फैन टाइगर रॉबी कैंसर, टीबी जैसी बीमारियों से पीड़ित है, लेकिन उस पर क्रिकेट का जुनून इस कदर हावी है कि गंभीर बीमारी होने के बावजूद वह देश-विदेश में बांग्लादेश के हर एक मैच में शामिल होता है। कानपुर भी इसी तरह पहुंच गया। उसके पास  होटल में ठहरने के पैसे नहीं थे। इसके चलते वह मेट्रो के मजदूरों के साथ रहा। बिना खाए पिए ही  स्टेडियम पहुंच गया और चलते-चलते गिर गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को उसे डिस्चार्ज किया गया। टाइगर रॉबी मेडिकल वीजा पर 18 सितंबर से 30 सितंबर तक के लिए भारत आया था। उसने कोलकाता में इलाज कराने की बात कही, मगर कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। एडीसीपी हरीश चंदर ने बताया- रॉबी को कानपुर तक पहुंचने के लिए एक प्रशंसक ने फ्लाइट का इंतजाम किया था। कानपुर आने के बाद उसके पास होटल में ठहरने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए वह मेट्रो के मजदूरों के साथ सो गया था। 27 सितंबर को सुबह होते ही मैच देखने पहुंच गया था। इस दौरान उसने कुछ भी खाया-पिया नहीं था। बांग्लादेशी टीम को चीयर करने के दौरान थकान से उसकी हालत बिगड़ गई। वह चलते-चलते लड़खड़ा कर गिर गया। इसका वीडिओ भी सामने आया है। उसे हाई-क्लास अस्पताल में भर्ती कराया गया। टाइगर रॉबी को लंग कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारी है। शुक्रवार रात को रॉबी को अस्पताल ने डिस्चार्ज कर दिया। उन्हें सिविल लाइंस के होटल में ठहराया गया। इलाज कराने के बाद उसे बांग्लादेश भेज दिया गया। रॉबी ढाका एयरपोर्ट से 100 किमी दूर गांव में रहता है। सुरक्षित घर पहुंचने के बाद बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि भी कर दी है।