
संवाददाता
कानपुर। लगभग 6 महीनों के बाद सफेद गेंद से मैच खेलने वाले भारतीय ए ब्रिगेड के कप्तान चुने गए श्रेयस अय्यर चयनकर्ताओं की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरे उतरे। बुधवार को ग्रीनपार्क में आस्ट्रेलिया ए के खिलाफ मैच में खेलते हुए उन्होंने 83 गेंदों पर 110 रनों की आतिशी पारी खेली। उन्होंने इस आतिशी पारी के जरिए भारतीय एक दिवसीय टीम में शामिल होने ही नही बल्कि कमान संभालने की भी चुनौती पेश कर दी। श्रेयस अय्यर ने इसी साल की शुरुआती 9 मार्च को चैम्पियन्स ट्राफी का फाइनल खेला था जिसके बाद वह सफेद गेंद से क्रिकेट से दूरी बना बैठे थे। भारतीय टीम इस महीने आस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली है इसके लिए टीम का गठन भी किया जाना है। उससे पहले ही आस्ट्रेलिया ए टीम का भारतीय दौरा तय हो गया जिसके लिए दो अनौपचारिक टेस्ट और तीन एक दिवसीय मैच खेले जाने का कार्यक्रम तय हुआ। लखनऊ में 16 से 19 सितम्बर तक खेले गए टेस्ट में अय्यर एण्ड कम्पनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रा खेला इसके बाद वह वापस अपने घर लौट गए। मुंबई के इस बल्लेबाज़ के लिए आत्मविश्वास हासिल करने और अगले महीने मेज़बान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में नेतृत्व की भूमिका के लिए अपना दावा मज़बूत करने का सबसे अच्छा मौका है। पहला मैच 19 अक्टूबर को पर्थ में शुरू होगा।
बताते चलें कि शुभमन गिल पहले ही टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया की कप्तानी के लिए और सूर्यकुमार यादव टी-20 प्रारूप के लिए तय हो चुके हैं, ऐसे में अय्यर को अपने कौशल को निखारना होगा और ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत ए को सीरीज़ जिताने के लिए कुशल नेतृत्व करना होगा, खासकर पिछले हफ़्ते लखनऊ में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे चार दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट मैच में नहीं खेलने के बाद अय्यर के ब्रेक के फैसले की घोषणा चयन समिति ने गुरुवार से अहमदाबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की घरेलू श्रृंखला के लिए टीम इंडिया की घोषणा करते हुए की। ईरानी ट्रॉफी के लिए शेष भारत की टीम में भी उनके नाम पर विचार नहीं किया गया था। क्लासिक शॉट्स और ज़बरदस्त ताकत के बीच तालमेल बिठाने में सक्षम एक आक्रामक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज, अय्यर, जिन्होंने अब तक 70 एकदिवसीय मैचों में लगभग 2,900 रन बनाए हैं, जिनमें 48.22 की औसत से पाँच शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं।






