January 21, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। नाबालिग किशोरी से बलात्कार कर उसे आत्महत्या को मजबूर करने वाले दरिंदे को न्यायालय ने 7 साल की सजा सुनाई है। मृतका के पास से मिले सुसाइड नोट ने केस में अहम भूमिका निभाई। किशोरी ने सुसाइड नोट में लिखा था कि मम्मी मुझको गलत न समझना, हमारे साथ अंकल ने अच्छा नहीं किया… उन्होंने मेरे साथ जबरदस्ती की। मृतका के पिता ने जूही थाने में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जूही थानाक्षेत्र निवासी युवक के मुताबिक वह पत्नी के साथ कानपुर देहात स्थित अपने गांव गया हुआ था, इस दौरान घर में 16 वर्षीय बेटी व बेटा था। बेटा नौबस्ता गल्लामंडी निवासी बहन के घर चला गया था, जिसके बाद किशोरी ही घर में अकेली थी।
इसी दौरान पड़ोस में रहने वाला श्रवण कुमार यादव उर्फ पप्पू ने देर रात घर में घुस कर किशोरी के साथ बलात्कार किया। घटना से आहत पीड़िता ने फंदे से लटक कर जान दे दी। किशोरी का पिता जब घर पहुंचा तो काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी न खुलने पर पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा।
दरवाजा तोड़कर पीड़ित ने अंदर जाकर देखा तो बेटी की फंदे से लाश लटक रही थी, बेड पर एक सुसाइड नोट पड़ा था, जिसमें पप्पू यादव का नाम लिखा था। पीड़ित की सूचना पर जूही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था।

यह मामला एडीजे–22 योगेश कुमार की कोर्ट में विचाराधीन था। इस मामले में अभियोजन की ओर से 10 गवाह पेश किए गए थे। न्यायालय ने आरोपी पप्पू को दोषी करार देते हुए 7 साल की कैद व 25 हजार जुर्माने की सजा सुनाई है।