कानपुर। शहर में तीन दिनों तक हुयी लगातार बारिश और तेज हवाओं के चलते कई घरों को 24 घन्टों तक अंधेरे में ही रहना पडा। तेज हवाओं के चलते गिरे कई जगह पेडों ने भी बिजली के तारों को तोड दिया जिससे बिजली आपूर्ति पर गंभीर असर पड़ा। गुरुवार को पूरे दिन केस्को की गाड़ियां टूटी लाइने बनाने में जुटी रहीं। 15 लाख से ज्यादा लोगों को बिजली संकट झेलना पड़ा। तीन ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए एक दर्जन जगह पेड़ गिरने से बिजली की लाइन टूट गई। 14 से ज्यादा बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए। देर रात तक शहरवासी बिना बिजली के बेहाल रहे। बिजली देर रात तक कई इलाकों में आती-जाती रही। जूही नहरिया, परमपुरवा और गोविंद नगर लाइन में पेड़ गिरने से सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक बिजली गुल रही। इससे लोग पूरा दिन बेहाल रहे। 33 केवी जवाहर पुरम शास्त्री नगर और विजय नगर की लाइन पर पेड़ गिरने से करीब पांच घंटे से ज्यादा बिजली गायब रही। गंगा बैराज की 33 केवी लाइन पर पेड़ गिरने से लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। देर रात तक किदवई नगर के ब्लॉक की लाइन पर पेड़ गिरने से बिजली गुल रही। इससे पहले लाइन में फॉल्ट होने से एच ब्लॉक और 40 दुकान सब स्टेशन की बिजली पूरे दिन ठप रही। किदवई नगर चालीस दुकान में पेड़ गिरने से बिजली के सात खंभे क्षतिग्रस्त हो गए। इसी तरह से 250 केवीए पराग डेरी, 250 केवीए जाजमऊ और दहेली सुजानपुर का 400 केवीए का ट्रांसफार्मर फुंकने से पूरा दिन बिजली संकट रहा। देहली सुजानपुर वाला ट्रांसफार्मर रात तक नहीं ठीक हो सका। नौबस्ता गुलमोहर विहार फीडर की बिजली गुल होने से पांच घंटे तक बंद रही। काकादेव के नवीन नगर और तुलसी नगर की बिजली पेड़ गिरने से करीब चार घंटे से ज्यादा नहीं आई। 33 केवी उद्योगकुंज सब स्टेशन के ईस्ट फीडर की बिजली एचटी पोल गिरने से गुल रही। इससे फैक्ट्रियों का उत्पादन ठप रहा।