February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  राजधानी लखनऊ के चारबाग स्थित शरणजीत होटल में पत्नी और चार बेटियों की हत्या करके फरार बदर की तलाश में चार टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। उसके ट्रेन की जगह रोडवेज बस से भागने की बात सामने आने पर पुलिस ने कानपुर में दबिश और तलाश तेज कर दी है।
बदर की बस स्टॉप के साथ ही रेलवे स्टेशन के आसपास भी तलाश की गई। एक टीम आगरा और अजमेर में उसका पता लगा रही है। जबकि शवों के साथ एक टीम संभल गई है। दूसरी तरफ पुलिस घटना स्थल पर मिले तीनों फोनो की सीडीआर पर काम कर रही है।
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि लखनऊ से एक टीम ने आगरा जाकर बदर के घर की तलाशी ली है। आपपास के लोगों से पूछताछ की गई है। बदर के घर पर मिले प्रापर्टी और अन्य दस्तावेजों के साथ फोटो और इलेक्ट्रॉनिक्स समान को कब्जे में लिया गया है।
पुलिस बदर की धरपकड़ के लिए अजमेर, संभल, दिल्ली पुलिस की मदद ले रही है। बदर की फोटो रेलवे स्टेशनो  और बस स्टैंडो पर भेजी गई है। पुलिस टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं।
पुलिस होटल के कमरे से किये गए अरशद और बदर के मोबाइल के मैसेज रिकवर करा रही है। इसके लिए साइबर सेल की मदद ली जा रही है। आशंका है कि इन लोगों ने एक दूसरे से कॉल से ज्यादा मैसेज से संपर्क किये थे। हत्या के राज मोबाइल की कॉल डिटेल और मैसेज से खुल सकते हैं।
पुलिस की जांच में सामने आया कि कमरे में मिले तीनों मोबाइल से 30 दिसंबर के बाद कोई कॉल नहीं की गई थी। अरशद के मोबाइल से ही सबसे ज्यादा बात हुई है। उसी में फोटो और वीडियो थे, जिन्हें उसने वायरल किया था।
अरशद के मोहल्ले के लोगों का कहना है कि पिता-पुत्र दोनों ही सनकी हैं। अरशद नशेबाजी में सबसे लड़ता था । अपनी मां और बहनों के साथ मारपीट करता था। कई बार घर से बाहर नहीं निकलने देता था। न उनको कहीं जाने देता और न ही किसी को घर आने देता था।
पुलिस की मानें तो बदर के पकड़े जाने के बाद ही घटना के राज खुलेंगे। क्योंकि अरशद के साथ मिलकर उसने सारी हत्याए की है। दोनों के बयान को क्रॉस वैरीफाई कर हत्या का असली मकसद पता लगाया जाएगा।
आगरा में कुबेरपुर के इस्लामनगर स्थित तेहड़ी बगिया निवासी अरशद की मां अशमां, बहन अल्शिया, रहमीन, अक्सा और आलिया के एक जनवरी को लखनऊ के चारबाग स्थित होटल शरणजीत में शव मिले थे। वह लोग होटल के कमरा नंबर 109 में रुके थे। 31 दिसंबर की रात अरशद ने पिता बदर के साथ मिलकर सभी की हत्या की थी। अरशद ने खुद चौकी पहुंच पुलिस को सूचना दी थी। वहीं बदर मौके से भाग निकला था।