
आ स. संवाददाता
कानपुर। छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय के 60वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर भव्य दीपयज्ञ का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक, वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक, प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी और कुल सचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने पूजन अर्चन करके दीप प्रज्वलन किया। पूजन का कार्यक्रम शांतिकुंज प्रतिनिधि डॉ. अमर नाथ सारस्वत, गायत्री परिजन ममता जी आदि ने संपन्न करवाया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आचार्य श्रीराम शर्मा आजीवन लोगों के अंदर ज्ञान के दीपक को प्रज्वलित कर कुरीतियों के प्रति संघर्ष करने की प्रेरणा देते रहे। यह दीपक हमारे अंदर ज्ञान के रूप में प्रज्वलित हो कर हमें अंधविश्वासों और कुरीतियों से लड़ने तथा समाज सेवा के लिए प्रेरित करते हैं।
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने गायत्री परिवार के संस्थापक पं.श्रीराम शर्मा आचार्य के साहित्य पर प्रकाश डालते हुए साहित्य को ही गुरुदेव का शरीर बतलाया।
वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक ने दीपक की प्रेरणा पर प्रकाश डालते हुए कहा यह दीपक हमारे हृदय के अंदर ज्ञान प्रकाशित करते हैं। जैसे दीपक अपनी शक्ति को जलाकर अनवरत अपने आस-पास प्रकाश बिखेरते रहते हैं, इसी प्रकार हमें भी अपनी सामर्थ्य और शक्ति के अनुसार समाज की सेवा में भी लगना चाहिए।
इस अवसर पर शांतिकुंज प्रतिनिधि डॉ. अमरनाथ सारस्वत ने गायत्री मिशन के सप्तसूत्री कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। उन्होंने यज्ञ की वैज्ञानिक व्याख्या करते हुए इसे वातावरण शुद्धि, स्वास्थ्य संवर्धन और रोग उपचार के दृष्टि से महत्वपूर्ण बतलाया।
वरिष्ठ गायत्री परिजन ममता जी और उनकी टीम ने दीपयज्ञ के कर्मकांड को संपादित करते हुए इसके व्यापक वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर मयूरी सिंह, डॉ. अंकित त्रिवेदी, डॉ. श्रेया सिंह, डॉ. अंकित भदौरिया, योग कोऑर्डिनेटर डॉ. रामकिशोर समेत शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों ने भाग लिया।