January 22, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। नगर के महिला महाविद्यालय किदवई नगर में बुधवार को गीता जयंती के अवसर पर मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया। इसके साथ ही गीता श्लोक पाठ किया गया। श्रीमद्भगवदगीता के महत्व ‌विषय पर संस्कृत में निबंध और चार्ट प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ।
सर्वप्रथम श्री कृष्ण के उपदेशों के माध्यम से जीवन को उच्च बनाने के लिए छात्राओं द्वारा गीता का संदेश देती हुई मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया। इसके साथ ही छात्राओ ने उच्च स्वर में गीता के श्लोकों का वाचन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. अंजू चौधरी ने श्रीमद्भगवद्गीता ग्रन्थ पर पुष्प अर्पित कर किया। छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्या ने कहा कि गीता समस्त विश्व के लिए आध्यात्मिक दीप स्तम्भ हैं, ये हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। गीता के उपदेशों का सार आत्मसात् करने से मन- मस्तिष्क शुद्ध होता है। साथ ही जीवन के कठिन रास्तों पर आनंदपूर्वक चलने का मार्ग भी प्रशस्त होता है।
मुख्य अतिथि संस्कृत भारती कानपुर प्रान्त के मंत्री चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि गीता में श्रीकृष्ण के उपदेश, ज्ञान, भक्ति और कर्म का सागर है। गीता में वह शक्ति है जो हारे हुए निराश व्यक्ति को पुनः संपूर्ण बल एवं आशा के साथ खड़ा कर सकती है।
कार्यक्रम में प्रो. ममता गंगवार, प्रो. प्रतिभा श्रीवास्तव, प्रो. नीता मिश्रा, प्रो. ममता दीक्षित, प्रो. मनीषा शुक्ला, प्रो. रश्मि चतुर्वेदी, डॉ. ज्योति किरण, डॉ. मीरा त्रिपाठी आदि मौजूद रहें।