
आ स. संवाददाता
कानपुर। रजिस्ट्रार ऑफ सोसाइटीज से पंजीकृत नए यूपीसीए को लोगो के प्रयोग करने की इजाजत मिली तो संघ ने पुराने यूपीसीए को लोगो प्रयोग करने के लिए चुनौती पेश कर दी। रातों रात हुए इस निर्णय में अब नए यूपीसीए को ही पूर्व निर्धारित लोगो का प्रयोग करने को मान्यता प्रदान की है।
आगरा से संचालित होने वाली प्रदेश की दूसरी क्रिकेट संस्था यूपीसीए ही अब अपने लैटर हेड और गतिविधियों पर लोगो का प्रयोग कर सकेंगे। ये जानकारी नई और दूसरी क्रिकेट संघ के नए सचिव जीडी शर्मा ने पुन: दी है। उन्होंने बताया कि लोगो के प्रयोग को लेकर संस्था के मुख्या्लय ने प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें सुनवाई के बाद यह निष्कंर्ष निकला कि कम्पनी एक्ट के तहत पंजीकृत दूसरा यूपीसीए अब लोगो का प्रयोग नही कर सकता है इसके लिए उनके संघ ने भारतीय क्रिकेट नियन्त्रण बोर्ड को भी सूचित कर दिया है। बोर्ड को भेजे गए पत्र में साफ तौर पर यह बताया गया है कि सोसायटी के रजिस्ट्रार कार्यालय में पंजीकृत उनकी संस्था अब बोर्ड की इकाई है तथा अनधिकृत इकाई द्वारा पंजीकृत यूपीसीए लोगो के उपयोग को रोकने का अनुरोध किया जा रहा है।
नए यूपीसीए ने बोर्ड के अधिकारियों को सम्मानपूर्वक यह बताया है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का लोगो हाल ही में लागू भारतीय कानूनों के तहत ट्रेडमार्क के रूप में आधिकारिक रूप से पंजीकृत किया गया है। यह लोगो अब – उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यू.पी. सोसाइटीज एक्ट, 1860 के तहत पंजीकृत) की अनन्य बौद्धिक संपदा है।उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की जानकारी में आया है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन प्राइवेट लिमिटेड, जो कंपनी अधिनियम की धारा 8 के तहत पंजीकृत है और बीसीसीआई से संबद्ध निकाय है, वर्तमान में उनकी अनुमति के बिना विभिन्न प्लेटफार्मों पर उक्त लोगो का उपयोग कर रहा है। पुरानी यूपीसीए संस्था के पास लोगो का उपयोग जारी रखने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। इस तरह का उपयोग हमारे बौद्धिक संपदा अधिकारों का सीधा उल्लंघन है और ट्रेडमार्क अधिनियम, 1999 और अन्य प्रासंगिक कानूनों के तहत दंडनीय है।इसलिए नए यूपीसीए के पदाधिकारियों ने विनम्रतापूर्वक अनुरोध किया गया हैं कृपया उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन प्राइवेट लिमिटेड को निर्देश दें कि वह उक्त लोगो का किसी भी रूप में, चाहे वह डिजिटल हो या भौतिक, ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, उपयोग करना तुरंत बंद कर दे। यह भी सुनिश्चित करें कि आईपीएल आयोजन समिति और अन्य संबंधित हितधारकों को अवगत करा दिया जाए कि उक्त लोगो का उपयोग निम्नलिखित में से किसी में नहीं किया जाना चाहिए। यही नही मैच के टिकट ,स्टेडियम प्रदर्शन और ब्रांडिंग, बैनर, होर्डिंग या प्रचार सामग्री, स्टेशनरी और आधिकारिक दस्तावेज,माल या मीडिया सामग्री के प्रयोग के मामले को तत्परता से निपटाएं ताकि किसी भी प्रकार की उलझन, गलतबयानी या कानूनी जटिलताओं से बचा जा सके।
यदि बोर्ड को किसी दस्तावेज की आवश्यकता हो या ट्रेडमार्क पंजीकरण विवरण सत्यापित करना हो, तो नए यूपीसीए को इसे उपलब्ध कराने में खुशी होगी। नया यूपीसीए बीसीसीआई को पूरा सहयोग और समर्थन प्रदान करेगा। यूपीसीए ने बोर्ड पर पूरा भरोसा जताते हुए इस संबंध में त्वरित कार्रवाई की मांग दोहरायी है। यदि इसके बाद भी पूराना यूपीसीए लोगो का प्रयोग करना बन्द नही करेगा, तो आने वाले समय में पुराने यूपीसीए के पदाधिकारियों को गंभीर अंजाम भी भुगतना पड सकता है।