
संवाददाता
कानपुर। उर्सला हॉस्पिटल में शुक्रवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंस एंड रिसर्च, अमिलिहा के नर्सिंग विद्यार्थियों ने एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया।
इस दौरान छात्रों ने समाज में बढ़ते तनाव, अवसाद और मानसिक दबाव के कारणों पर चर्चा की, और यह संदेश दिया कि मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके बाद, छात्रों ने मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न थीम पर पोस्टर, मॉडल, चार्ट और नारे प्रस्तुत किए। उन्होंने रचनात्मक तरीके से बताया कि मुस्कान, सकारात्मक सोच और प्रभावी संवाद मानसिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस अवसर पर मनोरोग विभाग के असिस्टेंट प्रो. सुंदरम लोहिया ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के समय में डिप्रेशन, एंग्जाइटी और तनाव आम समस्याएं बन चुकी हैं। हमें स्वयं को और अपने आसपास के लोगों को समझने और सुनने की आवश्यकता है। उन्होंने जोर दिया कि मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति ही समाज में सकारात्मक योगदान दे सकता है।
कार्यक्रम का निर्देशन संस्थान के डायरेक्टर अमित वालिया, प्रिंसिपल विनीता दास और वाइस प्रिंसिपल दिनेश ने किया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में कुल 19 नर्सिंग विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनमें अभिनव प्रत्युष, मनीष कुमार, अनम, अंकित कन्नौजिया, आबिदा खातून, मुस्कान गुप्ता, श्वेता, महिमा, ऋचा राजपूत, सुमित पाल और मनीष कुशवाहा प्रमुख थे। इन सभी ने अपनी रचनात्मकता से समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया।
कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित करके और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की शपथ दिलाकर किया गया।






