February 14, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर। नगर की आर्डनेंस पैराशूट फैक्ट्री तेजस विमानों के पायलटो के लिए सीट इजेक्शन पैराशूट बनाएगा। ये पैराशूट बनने के बाद भारत की अमेरिका सहित अन्य देशो पर इसके लिए निर्भरता खत्म हो जाएगी। अभी तक भारतीय सेना अपने लड़ाकू विमानों के लिए वहां से सीट इजेक्शन पायलट पैराशूट अमेरिका सहित अन्य देशों से खरीदती थी।
लेकिन अब रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की इकाई एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट के इंजीनियरों ने तेजस के सभी संस्करणो के विमानों को उड़ाने वाले फाइटर पायलटो को आपात स्थिति में सुरक्षित जमीन पर लाने वाले इस सीट इजेक्शन पैराशूट का डिजाइन तैयार किया है।
ओपीएफ के महाप्रबंधक एमसी बालासुब्रमणियम ने बताया कि ओपीएफ के लिए बड़ी उपलब्धि है कि हमारी फैक्ट्री को तेजस विमान के लिए सीट इजेक्शन पायलट पैराशूट बनाने की जिम्मेदारी एडीआरडीई ने दी है। ये दोनों ही संगठन साथ मिलकर सेना के लिए ये पैराशूट बनाकर  देंगे। 
इस पायलट पैराशूट की खासियत यह है कि लड़ाकू विमानों में सीट सहित पायलट को जमीन पर लाने वाला पैराशूट बेहद अहम होता है। इसलिए लड़ाकू विमानों की पायलट सीट पर स्वदेशी सीट इजेक्शन पैराशूट फिट किया जाएगा। वो आपात स्थिति में पायलट के कंट्रोल पावर बटन दबाते ही विमान से सीट सहित बाहर आएगा और पैराशूट खुलते ही वो सुरक्षित जमीन पर उतर सकेगा। 

इस पैराशूट में स्टील, एल्युमिनियम, मिश्र धातु, टाइटेनियम मिश्र धातुओं से उपकरण बने होते हैं। इसकी सीट में कार्बन फाइबर-प्रबलित पालिमर से मिश्रित सामग्री शामिल की जाती है। इजेक्शन सीटों के सीट कुशन, हार्नेस और अन्य घटक आमतौर पर अग्निरोधी कपड़ों से बने होते हैं। जो इजेक्शन या आग लगने के जोखिम को कम करने में बहुत मददगार साबित होते हैं।