
आ स. संवाददाता
कानपुर। अब किसानों की फसल की सेहत को सुधारने के लिए आर्गेनिक खाद की भरपूर उपलब्धता वरदान साबित होगी। इसके लिए आईआईटी कानपुर में ऐसी आर्गेनिक खाद को तैयार किया गया है जो खेती की सेहत को उसके जमीन के हिसाब से ही तैयार कर लेगी।
आईआईटी कानपुर के सहयोग से इंक्यूबेटेड स्टार्टअप एलसीबी फर्टिलाइजर ने इस आर्गेनिक खाद को तैयार किया है। इस खाद के प्रयोग से किसानों की लागत में बचत होगी। फसल की गुणवत्ता और मात्रा में भी बढ़ोतरी होगी।
आईआईटी के स्टार्टअप-एलसीबी फर्टिलाइजर्स को ऑफिस प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर भारत सरकार का सहयोग मिला है। इसकी मदद से देश में कई जगहों पर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाई जाएंगी। वहां पर तैयार की गई खाद को पूरे देश में पहुंचाया जाएगा।
वर्तमान में खेतों में इस्तेमाल होने वाली रासायनिक खाद से लोगों के स्वास्थ्य और फसलों की सेहत को नुकसान पहुंच रहा है। इस स्टार्ट अप ने 60 जीवाणुओं के मिश्रण से अलग अलग प्रकार की खाद तैयार की है। इस खाद को केवल एक बार ही डालना पड़ता है।
इस खाद के प्रयोग से उत्पादन में 15 से 35 प्रतिशत की वृद्धि होती है, जबकि सिंचाई कम लगती है। इस आर्गेनिक खाद को आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ तो प्रमाणित कर ही चुके हैं, इसके साथ-साथ इसे एनएबीएल लैब से भी प्रमाण पत्र मिल चुका है। आईआईपीआर ने भी इसकी गुणवत्ता को पहचान कर सर्टिफिकेट दिया है।
अब छत्तीसगढ़, यूपी और मध्य प्रदेश में इस खाद के उत्पादन की यूनिट लगाई जाएगी। अभी इन राज्यों से शुरुआत की जायगी। इनसे तैयार खाद को अभी राज्यों में ही इस्तेमाल किया जाएगा। पूरे देश में ये यूनिटे लगाकर भविष्य में इसका प्रयोग पूरे देश में बढ़ाने की योजना है