
आ स. संवाददाता
कानपुर। महाशिवरात्रि के मौके पर प्राचीन शिव मंदिरों में से एक सिद्धनाथ धाम में 100 किलो फूलों से महादेव का श्रंगार किया जाएगा। रात 12 बजे के बाद 4 प्रहर की पूजा में भगवान का 101 लीटर गंगाजल, शहद, दूध, चंदन से अभिषेक किया जाएगा। मंदिर कमेटी की ओर से एक लाख भक्तों के लिए सिंघाड़े की पकौड़ी, फलाहारी आलू, सांवा चावल की खीर, ठंडाई व फलों की व्यवस्था की गई है।
जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ धाम 5 हजार वर्ष पुराना है, भगवान श्रीकृष्ण के वंशज महाराज ययाति ने मंदिर में भगवान शिव का पहली बार अभिषेक किया था। मंदिर के महंत अरुण चैतन्यपुरी महाराज ने बताया कि महाशिवरात्रि के मौके पर मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
मंदिर में 4 स्थानों से प्रवेश व निकास की सुविधा रहेगी। शिवरात्रि पर एक द्वार पुरुष व एक द्वार से महिलाएं मंदिर में प्रवेश करेंगी। दो अन्य द्वारों से श्रद्धालु बाहर निकलेंगे। शिवरात्रि पर 100 किलो बेला, जूही, चंपा, चमेली, जाफरी, कनेर और कमल के फूलो से बाबा शिव का श्रंगार किया जाएगा।
महंत ने बताया कि रात के 4 प्रहर में रात 1:30 बजे, 2:30 बजे, 3:30 व 5:00 बजे 21 आचार्यो द्वारा भगवान शिव का दूध, शहद, चंदन, अक्षत से अभिषेक किया जाएगा।
इसके साथ ही एक हजार किलो फूलों से सिद्धनाथ धाम के मंदिर को सजाया जाएगा।
लाल बंगले से सिद्धनाथ धाम तक शिव बारात निकाली जाएगी, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।