
संवाददाता
कानपुर। महिला से 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले कानूनगो को निलंबित कर दिया गया। कानूनगो ने कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिलाने के नाम पर घूस मांगी थी। महिला और कानूनगो के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद एसडीएम ने कार्रवाई की।
कानूनगो ने कहा था कि अगर पैसे नहीं दोगे तो मैं तुम्हारे पक्ष में रिपोर्ट नहीं लगाऊंगा। फाइल वापस हो जाएगी और तुम्हें लाभ नहीं मिलेगा।
सजेती थाना क्षेत्र के अमौली गांव निवासी स्व.गजेंद्र सिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उनके परिजनों ने कृषक दुर्घटना बीमा योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन किया था। गजेंद्र की पत्नी अर्चना सिंह ने बताया कि आवेदन के कई महीने बाद भी उन्हें कोई लाभ नहीं मिला।
जानकारी के लिए अर्चना सिंह घाटमपुर तहसील पहुंचीं। वहां तैनात राजस्व निरीक्षक विशंभर नाथ ने उनसे फाइल पास करने के लिए 15 हजार रुपए मांगे। मगर उनके पास पैसे नहीं थे। वह वापस घर आईं। उन्होंने ग्राम प्रधान रामकरण को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद कानूनगो ने अर्चना को तीन बार कॉल किया। फाइल आगे बढ़ाने के नाम पर कानूनगो विशंभर नाथ ने 15 हजार रुपए की घूस मांगी। अर्चना ने कहा कि हम गरीब हैं। पैसे ज्यादा हैं। कुछ पैसे कम कर दीजिए। मगर कानूनगो हर बार फाइल वापस करने की धमकी देते रहे। उसने कहा कि पैसे दोगी तभी काम होगा।
अर्चना और कानून गो के बीच हुई बातचीत फोन में रिकॉर्ड हो गई। गुरुवार को यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
घाटमपुर के एसडीएम अविचल प्रताप सिंह ने इस ऑडियो का संज्ञान लेते हुए जांच रिपोर्ट कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को भेजी। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कानूनगो विशंभर नाथ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।






