
आ स. संवाददाता
कानपुर। रेलबाजार क्षेत्र के शांतिनगर की एक महिला कोटेदार ने 652 परिवारों का राशन बेच दिया और एक भी परिवार को राशन नहीं बांटा। शिकायत पर जब जांच की गई, तो आपूर्ति विभाग ने यह राशन घोटाला पकड़ लिया।
इसके बाद कोटेदार के खिलाफ रेलबाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कोटेदार रिपोर्ट दर्ज होने के बाद घर से फरार है। जल्द ही पुलिस उसे अरेस्ट करके जेल भेजेगी।
शांतीनगर में उर्मिला देवी की सरकारी राशन की दुकान है। महिला कोटेदार को मार्च माह का राशन वितरण 11 मार्च से करना था लेकिन 15 मार्च तक कोटेदार द्वारा राशन वितरित नहीं किया गया।
जिसकी जानकारी मिलने पर पूर्ति निरीक्षक अशफाक आलम फारुकी ने कोटेदार के यहां जांच की । इस पर कोटेदार ने उन्हें पहले तो टाल दिया कि एक सप्ताह में राशन वितरण हो जाएगा। लेकिन 7 दिन बाद भी राशन वितरण शुरू नहीं किया। टीम ने इस संबंध में कोटेदार के यहां नोटिस भी चस्पा किया। इसके बाद भी राशन वितरण नहीं होने पर आपूर्ति विभाग ने कोटेदार के यहां छापेमारी करके जांच की तो दुकान में राशन का एक भी दाना नहीं था।
कोटेदार से इस संबंध में पूछताछ की गई कि आखिर एक भी व्यक्ति को राशन नहीं बांटा गया तो वितरण के लिए दिया गया 67.48 कुंटल गेहूं, 34.16 कुंटल चावल और 63.56 कुंटल ज्वार कहां चला गया।
कोटेदार इसका जवाब नहीं दे सकीं और भाग निकलीं। जांच में पता चला कि कोटेदार ने गरीबों का पूरा राशन ब्लैक करके बाजार में बेच डाला है।
जिसके बाद पूर्ति निरीक्षक ने रेलबाजार थाने में कोटेदार के खिलाफ राशन की कालाबाजारी करने की तहरीर दी।
थाना प्रभारी बहादुर सिंह ने बताया कि कोटेदार उर्मिला देवी पर मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि महिला कोटेदार का बेटा ही दुकान में खाद्यान्न का वितरण करता है। हालांकि राशन वितरण की पूरी जिम्मेदारी महिला कोटेदार उर्मिला देवी की है।
पुलिस के मुताबिक आवश्यक खाद्य एवं वस्तु अधिनियम के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तारी की जा सकती है। यह अपराध गैर जमानती है। थाना प्रभारी ने बताया कि जल्द ही महिला कोटेदार को गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। वह अपना घर छोड़कर फरार है।