January 21, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। नगर निगम की स्वरूप नगर घंटाघर स्थित भूमि पर म्यूनिसिपल बांड प्रोजेक्ट के तहत महिला मार्केट और जाना गांव में सीवेज फार्म की भूमि पर 25 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित करने की योजना पर केडीए ने बड़ा  अड़ंगा लगा दिया है।

कानपुर विकास प्राधिकरण ने योजना के लिये प्रस्तावित जमीनों व नगर निगम की दूसरी अन्य तमाम संपत्तियों पर अपना अधिकार बताया है। जिससे नगर निगम की प्रस्तावित योजनाओं पर काम रुक गया है। यह मामला ऊपर तक पहुंचने के बाद शासन ने 7 दिनों के अंदर मालिकाना हक को लेकर रिपोर्ट तलब की है। मुख्य सचिव ने जल्द प्रकरण को निस्तारित करने के निर्देश दिये हैं। ताकि योजनाओं पर काम शुरू हो सके।
कानपुर विकास प्राधिकरण ने जाना गांव में सीवेज फार्म की 1257.43 एकड़ भूमि जो सीवेज कार्य के लिए है, इस संपत्ति को अपना बताया है। इसी भूमि के 60 एकड़ हिस्से पर नगर निगम ने सोलर प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है।
स्वरूप नगर घण्टाघर स्थित भूमि जिसमें म्यूनिसिपल बॉण्ड के प्रोजेक्ट में महिला मार्केट बनना प्रस्तावित है इस पर भी केडीए ने अपना अधिकार बताया है। 

मुख्य सचिव के साथ पिछले दिनों हुई बैठक में नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने इस संबंध में शासन को अवगत कराया है। विवाद के निस्तारण के लिये शासन के निर्देश पर संयुक्त सचिव कल्याण बनर्जी ने नगर निगम को पत्र लिखकर कहा है कि विवादित संपत्तियों का विवरण व क्षेत्रफल, भूमि की श्रेणी समेत अन्य जानकारी उपलब्ध कराए।
नगर निगम ने शासन को बताया है कि सीवेज फार्म की सम्पत्ति सीवेज यूटिलाईजेशन स्कीम के तहत कानपुर डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा वर्ष 1952 में अधिगृहीत की गई थी। इस भूमि का प्रयोग सीवेज कार्यों हेतु किया जाना था। प्राधिकरण का इस पर कोई अधिकार नहीं बनता है।
नगर निगम ने शासन के सामने कहा कि स्वरूप नगर घण्टाघर स्थित भूमि, जिसमें म्यूनिसिपल बॉण्ड के प्रोजेक्ट में महिला मार्केट के रूप में प्रस्तावित थी।यह भूमि कानपुर नगर महापालिका द्वारा कानपुर विकास प्राधिकरण के अस्तित्व में आने से पहले ही मीट मार्केट के रूप में विकसित की गई थी। इस पर अवैध कब्जे होने के बाद नगर निगम ने ही वहां पर भूमि को कब्जामुक्त करने  की कार्रवाई की।
स्वरूप नगर स्थित घंटाघर की जमीन पर चार मंजिला भवन बनना है। अधिकारियों के अनुसार महिला मार्केट के लिए 4900 वर्गमीटर की जमीन पर 46 दुकानें बनानी हैं। नगर निगम मुख्य अभियंता के अनुसार इस पूरी योजना में 93 करोड़ रुपये का संशोधित प्रस्ताव बनाया गया है।