February 6, 2025

— मेयर, विधायक के साथ बैठक में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मांगी माफ़ी।

कानपुर। कानपुर नगर निगम की हड़ताल आज तीसरे दिन खत्म हो गई। मंगलवार शाम को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नगर आयुक्त के ऑफिस में घुसकर बहसबाजी और हंगामा किया था। एबीवीपी  कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग करते हुए नगर निगम कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। सैकड़ों सफाई कर्मचारियों ने मुख्यालय पर धरना दिया। शहर में फैली अव्यवस्था के बाद शुक्रवार को नगर निगम पहुंचीं मेयर प्रमिला पांडेय और विधायक सुरेंद्र मैथानी ने यूनियन के नेताओं और अधिकारियों के साथ बैठक कर हड़ताल वापस कराने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। फिर दूसरी बैठक में शामिल हुए अभद्रता करने वाले एबीवीपी  कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक माफी मांगी। मेयर प्रमिला पांडेय और विधायक सुरेंद्र मैथानी ने हड़ताल खत्म कराई। यूनियन नेताओं और अधिकारियों ने कहा- अभद्रता करने वाले एबीवीपी कार्यकर्ता सार्वजनिक रूप से माफी मांगे या फिर गिरफ्तारी दें, तभी हड़ताल वापस होगी।

हालांकि इस बीच नगर निगम की तरफ नगर आयुक्त के ऑफिस में मंगलवार शाम को हुए हंगामे का सीसीटीवी  फुटेज भी जारी कर दिया। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि नगर आयुक्त अपने ऑफिस में बैठक नहीं कर रहे थे। गेट के बाहर हंगामा बढ़ता देख, उन्होंने अपने पीए को कार्यकर्ताओं को अंदर लाने का इशारा किया।कार्यकर्ता ऑफिस में अंदर घुसते ही नगर आयुक्त से बहस करने लगे। इस बीच 4 कार्यकर्ता लगातार नगर आयुक्त से बहस कर रहे हैं। नगर आयुक्त सुधीर कुमार के दफ्तर में मंगलवार शाम को हंगामा करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं के खिलाफ नगर निगम ने मुकदमा दर्ज कराया था। सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों से अशोभनीय व्यवहार करने व गाली-गलौज करने के ममाले में नगर निगम ने एबीवीपी के संगठन मंत्री समेत 13 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।इसके साथ ही 17 अज्ञात पर भी रिपोर्ट दर्ज करने को कहा गया है। एफआईआर में एबीवीपी के संगठन मंत्री अशुतोष, प्रांजल, निशांत, गुंजन, दिग्विजय, वैभव शुक्ला, माधव राजपूत, कौशिक दुबे, राघवेंद्र दीक्षित, आशीष सिंह, शोभित भदौरिया, पियूष पांडेय, हरीश चौहान के नाम दर्ज हैं।

शहर में ठप सफाई व्यवस्था को लेकर दोपहर को विधायक सुरेंद्र मैथानी नगर निगम मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने फोन कर महापौर प्रमिला पांडेय से मिलने की बात कही। इस पर महापौर बिठूर में चल रहे एक कार्यक्रम को छोड़कर मुख्यालय पहुंचीं। यहां यूनियन नेता रमकांत मिश्रा, हरिओम बाल्मिकी, विनोद कुमार, देवीदीन भाऊ, मुन्ना हजारिया के साथ ही नगर निगम के जोनल अधिकारी राजेश सिंह और अनिरुद्ध सिंह के साथ उन्होंने बैठक की। महापौर ने कहा कि आपकी हड़ताल ने शहर को कूड़े में धकेल दिया है। विधायक सुरेंद्र मैथानी शहरवासियों के हित में हड़ताल वापस करने को उचित बताया। लेकिन इस दौरान यूनियन के नेताओं और अधिकारियों ने कहा कि अभद्रता करने वाले एबीवीपी कार्यकर्ता सार्वजनिक रूप से आकर माफी मांगे या फिर उनकी गिरफ्तारी हो तभी हड़ताल वापस होगी। महापौर ने कहा कि हमें सबके सम्मान को देखना है। महापौर ने मैथानी से कहा कि अभद्रता करने वालों को बुलाइये इस पर मैथानी ने कहा कि मैं उन्हें बिना बताये आया हूं। उन्हें लग रहा है कि मैं उनको माफी दिलवाना चाहता हूं। तमाम बातचीत के बीच बिना निष्कर्ष बैठक खत्म हो गई। यूनियन के नेताओं ने कहा कि नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने कहा है कि मुकदमा किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगा। रमाकांत मिश्रा ने बताया कि हमारे मुखिया और कर्मचारियों का सम्मान सर्वोपरि है। जब तक माफी नहीं मांगेगे तब तक हड़ताल जारी रहेगी। अंततः एबीवीपी कार्यकताओ ने जब माफ़ी मांगी तभी हड़ताल समाप्त हुई।