June 16, 2025

संवाददाता
कानपुर।
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज कानपुर में चौथी बार पीजी ओरियंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम में पीजी के छात्रों को हॉस्पिटल के मरीजों से अच्छा बर्ताव और अपने व्यक्तित्व के विकास को बढ़ाने का पाठ पढ़ाया गया।
इस प्रोग्राम से इमरजेंसी में होने वाली मारपीट जैसी घटनाओं में 90 प्रतिशत की कमी आई है। इसलिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन सभी 175 पीजी छात्रों को सम्मानित करेगा। इसके अलावा करीब 70 फैकल्टियों को भी सम्मानित करेगा।
मेडिकल कॉलेज की मीडिया प्रभारी डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि ये प्रोग्राम पूरे एक माह तक चला है। इसमें रोजाना दो सत्र आयोजित किए जाते थे, जिसमें कि एक लेक्चर होता था। इसके बारे में विस्तार से बताया जाता था।
इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य था कि आने वाले नए छात्रों को मरीजों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए। इमरजेंसी में किस तरह से मरीज और तीमारदारों से बात करनी है। डॉक्टरों के व्यक्तित्व को कैसे निखारा जाए। इन विषय पर पूरा कार्यक्रम आधारित था।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में 25 स्पीकर और 15 कोऑर्डिनेटर समेत लगभग 70 फैकल्टी ने हिस्सा लिया था। इसमें कुल 20 लेक्चर हुए। ये ओरियंटेशन मेडिकल कॉलेज का विशेष प्रोग्राम है जो कि चार सालों से चल रहा हैं।
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि ये प्रोग्राम लगातार चौथी बार किया गया है। इस प्रोग्राम का सबसे बड़ा असर ये देखने को मिला कि पहले के समय में इमरजेंसी में जो मारपीट की घटनाएं आए दिन होती थी वो अब नहीं होती हैं। करीब-करीब 90 प्रतिशत घटनाओं में कमी आ गई हैं।
डॉ. सीमा ने बताया कि अभी फिलहाल हम लोग पहले चरण में फैकल्टी को उनके विभाग में जाकर सम्मानित कर रहे हैं। फैकल्टियों के सम्मान के बाद एक बड़ा प्रोग्राम रखा जाएगा। इसमें सभी 175 पीजी छात्रों को बुलाकर उनको सम्मान दिया जाएगा, ताकि वह हॉस्पिटल के लिए आपसी समन्वय बनाकर अच्छा काम कर सकें।