
आ स. संवाददाता
कानपुर। सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव भाजपा की हार के कारण की समीक्षा शनिवार से ही शुरु कर दी गयी। सीसामऊ सीट पर मिली उपचुनाव में हार का ठीकरा भाजपा के कुछ समर्थकों ने आलकमान के निर्णय पर फोडा। पार्टी की ओर से पिछली बार हारे हुए उम्मीदवार पर दांव लगाने को बताया तो कुछ समर्थकों ने पार्टी की ओर से प्रत्याशी के चयन को ही गलत बताया। सीसामऊ सीट पर मिली हार से भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच खासी निराशा देखने को मिली। पार्टी के कुछ समर्थक इस हार के लिए उम्मीदवार सुरेश अवस्थी का रूखा व्यवहार बतातें है । पार्टी के एक कार्यकर्ता पवन शर्मा के अनुसार अति उत्साह और कार्यकर्ताओं की अनदेखी आखिरकार भाजपा को ले ही डूबी। पार्टी के एक और कार्यकर्ता राजू बाल्मीकि के अनुसार उपचुनाव में पार्टी के भीतर की कलह भी हर का मुख्य कारण रही है पार्टी अपने ही वोटरों को समझाने में सफल नही हो सकी। सीसामऊ सीट पर वहीं नसीम सोलंकी ने विपरीत परिस्थितियों में भी 8,629 वोटों से जीत हासिल कर पति इरफान सोलंकी की सीट को बचा लिया। अपने मजबूत गढ़ में समाजवादी पार्टी ने जहां लगातार चौथी जीत हासिल की वहीं भाजपा लगातार छठी बार यह सीट हार गई है। सुरेश अवस्थी इसी सीट पर दूसरी बार और लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव हारे हैं। वहीं नसीम अपने पहले ही चुनाव में जीत गईं। सीसामऊ सीट से लगातार तीन बार जीत हासिल करने वाले सपा के इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के बाद इस सीट पर उप चुनाव हुआ। समाजवादी पार्टी ने इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को प्रत्याशी बनाया था। सीसामऊ में पिछले कई चुनाव की तरह उप चुनाव भी काफी करीबी संघर्ष वाला रहा।