आ स. संवाददाता
कानपुर। सरसौल के पुरवामीर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था चरमरा गई है। यहां पीएचसी में बेड न होने के कारण से कुर्सी पर लिटाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मजबूरी में डॉक्टर के द्वारा मरीज को कुर्सी पर लिटाकर ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है।
सिकठिया गांव निवासी पप्पी पासवान ने बताया कि उनकी तबियत खराब हो गई। परिजन उन्हें पुरवामीर के पीएचसी लेकर गए। वहां मौजूद महिला डॉ. राणा निगम और बीआर मौर्य फार्मासिस्ट के द्वारा उनका इलाज किया गया। अस्पताल में बेड न होने के कारण कुर्सी पर लिटाकर ग्लूकोज चढ़ाया गया।
मरीजों का कहना था कि प्राइवेट अस्पतालों में इलाज बहुत ज्यादा महंगा है। यहां हमें अच्छा और फ्री इलाज मिल रहा है।
एक ग्रामीण भुलाने सिंह चौहान ने बताया कि दस दिन पहले दो लोडर में अस्पताल के बेड, कुर्सी आदि सामान लाद कर ले जाया गया था।
जब अस्पताल प्रशासन से पूछताछ की गई कि सारा सामान कहां ले जाया जा रहा है, तो किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि बीते दिनों पुरवामीर के आयुष्मान आरोग्य मंदिर अस्पताल में दिल्ली की टीम आई थी। जिस पर पीएचसी से बेड, कुर्सी आदि सामान भेजा गया था। पीएचसी सीएचओ पूनम सिंह से फोन द्वारा संपर्क किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
इस बारे में सीएचसी प्रभारी प्रणब कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। इस मामले में पीएचसी स्टॉफ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।