February 22, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर।  आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर सेंटर ने केंद्रीय विद्यालय, आईआईटी कानपुर में एक प्रभावशाली साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला के साथ सुरक्षित इंटरनेट दिवस 2025 मनाया। इस वर्ष के वैश्विक विषय एक साथ बेहतर इंटरनेट के लिए के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 95 छात्रों और शिक्षकों ने डिजिटल सुरक्षा और जिम्मेदारी के साथ इंटरनेट उपयोग पर एक व्यापक सत्र के लिए भाग लिया।

आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. देबप्रिया बसु रॉय ने इंटरैक्टिव सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों सहित लगभग 95 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला में आज के डिजिटल परिदृश्य में ज्वलंत चुनौतियों पर चर्चा की गई, तथा युवा इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के समक्ष आने वाले सामान्य और जटिल साइबर खतरों पर ध्यान केंद्रित किया गया। 

डॉ. देबप्रिया बसु रॉय ने कहा कि आज हमारी तेजी से बढ़ती दुनिया में, डिजिटल सुरक्षा केवल एक विकल्प नहीं है, यह एक आवश्यकता है। आज की कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को डिजिटल स्पेस में खुद को सुरक्षित रखने के लिए व्यावहारिक ज्ञान और उपकरणों से सशक्त बनाना है, ताकि वे यह सुनिश्चित कर सकें कि वे इंटरनेट की क्षमता का भरपूर उपयोग कर सकें और इसके जोखिमों से सुरक्षित रह सकें। आज हमने इस सत्र में जो उत्साह और सहभागिता देखी, वह इन शैक्षिक पहलों के महत्व को मजबूती प्रदान करती है।

इस कार्यशाला में उभरते साइबर खतरों, आवश्यक साइबर स्वच्छता आचरणों, हाल की साइबर घटनाओं के विश्लेषण और घटना रिपोर्टिंग तंत्र पर विस्तृत मार्गदर्शन सहित विषयों की एक व्यापक श्रृंखला को कवर किया गया। प्रतिभागियों ने सुरक्षित इंटरनेट आचरणों की अपनी समझ को सुदृढ़ करने के लिए डिज़ाइन किए गए व्यावहारिक प्रदर्शनों और इंटरैक्टिव सत्रों में प्रतिभाग किया ।

प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया अत्यधिक सकारात्मक थी, जिसमें छात्रों और संकाय सदस्यों दोनों ने आज के प्रौद्योगिकी-संचालित वातावरण में कार्यशाला के व्यावहारिक मूल्य पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम की सफलता साइबर सुरक्षा में निरंतर शिक्षा और जागरूकता के महत्व पर जोर देती है, विशेष रूप से युवा इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए जो तेजी से डिजिटल जोखिमों के संपर्क में आ रहे हैं।