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आ स. संवाददाता
कानपुर। जैसे-जैसे मौसम सर्द होता जा रहा है वैसे-वैसे दिल के मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ रही है। ठंड अधिक पड़ने के कारण मरीजों का ब्लेड प्रेशर बिगड़ रहा है। ऐसे में लोगों का दिल दगा दे जाता है। कानपुर के कार्डियोलॉजी अस्पताल में प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
कार्डियोलॉजी के निदेशक डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि इन दिनों कुछ मरीज ऐसे भी आते है, जो पुरानी दवा की खुराक ही खाते रहते है। उनको यह नहीं पता होता है कि हृदय से संबंधित दवा गर्मियों में अलग चलती है और सर्दियों में अलग। कितनी डोज कब लेनी चाहिए। मरीज को इसका अंदाजा नहीं होता है।
कार्डियोलॉजी अस्पताल की इमरजेंसी में आम दिनों में लगभग 60 से 80 मरीज पहुंचते है, लेकिन बहुत गंभीर मरीजों की संख्या कम ही होती है। इन दिनों जो भी मरीज आ रहे है वो काफी गंभीर स्थिति में आ रहे है।
डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि हार्ट अटैक की समस्या 22 साल से अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिल रही है। इस ठंड में जो सबसे ज्यादा घर के बाहर रहता है उसे दिल की समस्या हो सकती है। अधिकतर युवा ही ठंड में बाहर काम करते रहते हैं। इसलिए इन दिनों 22 साल से लेकर 50 साल तक उम्र के लोगों में हार्ट अटैक पड़ने की संभावना अधिक देखने को मिलती है।इसके अतिरिक्त यह समस्या उनमें आ रही है जो बहुत ही बुजुर्ग है।
डॉ. राकेश कुमार वर्मा के मुताबिक जब-जब सर्दी पड़नी शुरू होती है तो शरीर की नसें धीरे-धीरे सिकुड़ने लगती है, और खून का दौड़ान कम होने लगता है। ऐसे में दिल को अधिक प्रेशर के साथ खून का पम्प करने के लिए काम करना पड़ता है, जब दिल अपनी क्षमता से ज्यादा काम करता है तो ऐसे में हार्ट अटैक पड़ने की संभावना अधिक होती है। ये समस्या उन लोगों में ज्यादा होती है जो शुगर, बीपी अथवा सांस के मरीज होते हैं।
जब-जब शरीर की नसे सिकुड़ती है, तो ऐसे में बीपी और शुगर बढ़ने लगता है, और जब बीपी और शुगर बढ़ता है, तो ऐसी स्थितियों में हार्ट को और अधिक काम करना पड़ता है। इस कारण शुगर और सांस के मरीजों में जल्दी अटैक पड़ने की संभावना होती है। इस सर्दी में इन लोगों को खास बचाव की जरूरत होती है। आज के समय में युवाओं में भी शुगर और बीपी की समस्या अधिक देखने को मिल रही है।
डॉ. राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि यदि आपकी जीवन शैली खराब है तो इसका भी असर दिल पर पड़ता है। जरूरी नहीं की ठंड से ही हार्ट अटैक पड़े। आप अपनी जीवन शैली में सुधार लाकर अपने दिल को मजबूत कर सकते हैं।