—ह्रदयरोगी ग्रहस्वामी को नहीँ दी गई जानकारी।

संवाददाता
कानपुर। नवाबगंज में फोम कारोबारी के घर हुई करीब 1 करोड़ की चोरी के 10 दिन बाद भी नवाबगंज थाने की पुलिस चोरों का सुराग नहीं लगा सकी है।
परिवार चौकी, थाना और अफसरों के दफ्तर के चक्कर काटकर थक गया है। परिवार की मानें तो पुलिस जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। पुलिस पहले मोदी जी के कार्यक्रम में बिजी थी लेकिन अब भी उसे टाइम नहीं मिल रहा है। परिवार की मानें तो जब पुलिस और फोरेंसिक जांच में साफ हो चुका है कि चोर घर के पीछे एचबीटीयू के जंगल से घर में दाखिल हुए थे। इसके बाद भी पुलिस जांच के नाम पर हाथ पर हाथ धरे हुए बैठी है।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के चंद्र विहार सोसाइटी में रहने वाले फोम कारोबारी श्री राम जी अग्रवाल की अनवरगंज फूल वाली गली में फोम व गद्दा की दुकान है। 5 अप्रैल को श्री राम जी को हार्ट अटैक हुआ था।
उन्हें इलाज के लिए 9 अप्रैल को दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में एडमिट कराया गया था। उनकी बाईपास सर्जरी होने के चलते घर में ताला लगाकर परिवार के सभी लोग पत्नी लक्ष्मी अग्रवाल, बहू कोमल, पौत्र प्रखर और पोती प्रगति दिल्ली गए थे।
21 अप्रैल को उनका पोता प्रखर जब घर लौटा तो दंग रह गया। कमरों के दरवाजे भीतर से बंद थे। घर के पीछे आंगन की तरफ पहुंचा और वहां से घर के भीतर दाखिल हुआ तो देखा कि सभी अलमारियों के ताले टूटे हुए हैं और पूरा सामान बिखरा हुआ है।
इसके बाद प्रखर ने परिवार और नवाबगंज थाने पर सूचना दी थी। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच की और चोरी की रिपोर्ट दर्ज की थी। जांच में साफ हो गया था कि चोर एचबीटीयू के जंगल से यानी घर के पीछे से आंगन में दाखिल हुए और घर का पूरा माल समेटकर ले गए थे।
बहू कोमल अग्रवाल ने बताया कि शातिर चोर 4 पीढियों के जेवर ले गए हैं। उनकी कीमत करीब 70 लाख रुपए है। अगर मौजूदा समय के सोने के दाम से देखा जाए तो करीब 1 करोड़ रुपए के जेवरात चोरी हुए हैं। चोर तो मेरी पूरी जिंदगी भर की ही नहीं पीढियों की जमा पूंजी उठाकर ले गए हैं।
नवाबगंज थाने की पुलिस पहले तो पीएम के कार्यक्रम के चलते व्यस्त थी और अभी भी उसे जांच करने की फुर्सत नहीं मिल रही है। 10 दिन बाद भी पुलिस चोरों का कोई सुराग नहीं लगा सकी है। परिवार के लोग चौकी, नवाबगंज थाना और डीसीपी सेंट्रल से लेकर अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन पुलिस चोरी का खुलासा नहीं कर सकी है।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि नवाबगंज पुलिस चोरी का खुलासा करने के लिए लगातार काम कर रही है। शातिर चोर घर के पीछे एचबीटीयू के जंगल से दाखिल हुए थे। इस वजह से कोई फुटेज नहीं मिला है। इसके चलते चोरी का खुलासा करने में दिक्कत आ रही है, लेकिन जल्द ही चोरी का खुलासा करके शातिर चोरों को जेल भेजा जाएगा।
बहू कोमल ने बताया कि उनके पति का 2018 में निधन हो चुका है। ससुर ही पूरा कारोबार और घर संभालते हैं। इसके साथ ही बेटा प्रखर भी अब कारोबार और घर की जिम्मेदारियाें को धीरे-धीरे संभाल रहा है। कोमल ने बताया कि ससुर अस्पताल से घर लौट आए हैं।
लेकिन उन्हें अभी तक चोरी की जानकारी नहीं दी गई है। क्यों कि उनका हार्ट का मेजर ऑपरेशन हुआ है। अगर उन्हें पता चला तो उन्हें फिर से परेशानी हो सकती है। इस वजह से अभी तक उन्हें चोरी की जानकारी नहीं दी गई है।