
आ स. संवाददाता
कानपुर। पूर्व राष्ट्रपति की रिश्तेदार के पति का लीवर खराब हो गया था। परिवार में भाई ने अपना लीवर डोनेट भी किया। भाई को बचाने के लिए दो भाइयों ने मिलकर 50 लाख से अधिक का खर्च भी किया, मगर हर सम्भव प्रयास के बावजूद भाई को बचा नहीं सके। शादी की पहली सालगिरह पर भाई ने दम तोड़ दिया। मृतक युवक सिपाही था और रायबरेली में तैनात था।
कल्याणपुर के बारासिरोही निवासी हिमांशु कुमार कॉन्स्टेबल थे। उनकी तैनाती रायबरेली के शिवगढ़ थाने में थी। हिमांशु के परिवार में मां ममता, दो बड़े भाई निखिल और नितिन है। दोनों भाई रेलवे में कार्यरत हैं।
भाई निखिल के मुताबिक हिमांशु की शादी झींझक निवासी अनामिका कोविंद से हुई थी। वो पूर्व राष्ट्रपति की रिश्ते में नातिन है। हिमांशु को पीलिया हुआ था जिससे वो काफी कमजोर हो गया था। उसके मेडिकल टेस्ट कराए गए जिसमें लीवर डैमेज निकला।
हिमांशु को लखनऊ पीजीआई और एम्स दिल्ली में दिखाया गया। डाक्टरों ने लीवर ट्रांसप्लांट करने की बात कही थी। इसके बाद हिमांशु को दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर ऐंड बिलियरी साइंस में दिखाया गया। वहां भी लीवर ट्रांसप्लांट ही अंतिम उपाय बताया गया।
हिमांशु की हालत देख पूरा परिवार चिंतित था कि लीवर कैसे मिलेगा किसका मिलेगा। इन सभी सवालों पर विराम लगाते हुए बड़े भाई नितिन ने लीवर डोनेट करने का निर्णय लिया। हिमांशु को आईएलबीएस में भर्ती कराया गया। उस वक्त वहां अनामिका भी मौजूद थी।
28 अगस्त 2024 को लीवर ट्रांसप्लांट किया गया। तीन महीने सब कुछ ठीक रहा। 4 दिसम्बर 2024 को लीवर में संक्रमण होने की जानकारी मिली। इसके बाद फिर हिमांशु को दिल्ली ले जाया गया। यहां पर वो 7 फरवरी तक भर्ती रहा। इसके बाद डाक्टरों ने उसे जवाब दे दिया।
परिवार वाले उसे घर वापस ले आए। जहां 8 फरवरी 2025 को हिमांशु ने अंतिम सांस ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जहां पर देर शाम डीएम के आदेश पर हिमांशु का पोस्टमार्टम हो गया। रात में ही परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया। नितिन और निखिल के मुताबिक पिता प्रकाश मणी का दो साल पहले निधन हो गया था। जिसके बाद वह हिमांशु को बच्चे की तरह रखते थे।