आ स. संवाददाता
कानपुर। श्री रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस संस्था की ओर से वीएसएसडी कॉलेज के एमएड थर्ड सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
स्पोर्ट्स, योगा व ध्यान के माध्यम से व्यावसायिक विकास पर आयोजित इस कार्यशाला में डा. अर्चिता खेतान ने कहा कि विकास के लिए मन और शरीर का शांत रहना जरूरी है।
हार्टफुलनेस शिथिलीकरण की प्रक्रिया हमें तनाव मुक्त कर किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से करने के लिए तैयार करती है। कोरोना महामारी के बाद जीवन शैली में तेजी से आए बदलाव के कारण लोगों में तनाव एक बड़ी समस्या बन कर उभरा है। योग, ध्यान और खेल को जीवन शैली में शामिल करके हम कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
इस कार्यशाला में प्रशिक्षक वीएस राव ने छात्रों को बताया कि हम दिव्य प्रकाश के स्रोत की उपस्थिति का विचार लेकर ध्यान में बैठते है, लेकिन इस दौरान आने वाले विचारों को रोकने का प्रयास नहीं करते हैं।
इस दौरान एमएड विभाग के प्रभारी डॉ. गतिन्द्र तिवारी, डॉ. आरबी सिंह, डॉ. मनू मिश्रा, डॉ. सुनीता सिंह, प्रीती मिश्रा, रंजीता सिंह, अतुल पाल समेत छात्र छात्राएं उपस्थित रही।