June 20, 2025

संवाददाता

कानपुर। गंगा दशहरा के मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने आज जीवनदायनी मां गंगा में पुण्य की डुबकी लगाई। गंगा स्नान के बाद भक्तों ने घाट के किनारे बालू का शिवलिंग बना कर पूजन अर्चन किया और भीषण गर्मी में शरबत वितरण कर पुण्य का लाभ कमाया। वहीं इस पर्व को देखते हुए शहर के सभी प्रमुख गंगा घाटों के किनारों पर पुलिस ने बेरीकेडिंग की।
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक इसी दिन राजा भगीरथ की घोर तपस्या पर मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इस दिन गंगा स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है और आत्मिक शुद्धि मिलती है।
स्नान, दान और पूजन जीवन को शुद्ध, शांतिपूर्ण बनाने में मदद करता है। गंगा दशहरा के मौके पर शहर के अटल घाट, परमट घाट, सरसैया घाट, मैस्कर घाट, गोला घाट, सिद्धनाथ घाट समेत सभी घाटों में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। सुबह पांच बजे से ही हर–हर गंगे, जय शिव शंभू के उदघोषों से घाट गुंजायमान हो उठे।
घाटों पर पुरुष, महिलाएं, बुजुर्ग लोगों के साथ बच्चों का सैलाब देखने को मिला। गंगा स्नान के बाद लोगों ने सूर्य को अर्घ्य देकर मनोकामनाएं मांगी और घाटों के किनारे विधि विधान से पूजा करके दान दिया। 

इस मौके पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती रही। अटल घाट से सरसैया घाट तक जल पुलिस गश्त करती रही।