February 5, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
नगर निगम स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में लंबित समस्याओं का निराकरण न होने पर  नगर निगम मुख्यालय में प्रदर्शन किया गया । 21 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारियों ने नगर निगम में नारेबाजी की। आक्रोशित कर्मचारियों ने बताया कि अनेकों बार शासन व प्रशासन को कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर पत्राचार किया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। मांग करते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग प्रथा समाप्त कर कर्मचारियों को समायोजित किया जाए।
नगर निगम पर प्रदर्शन करते हुए महासंघ के कार्यवाहक अध्यक्ष कमरुद्दीन ने बताया कि यह आंदोलन कर्मचारियों की वर्षों से लंबित समस्याओं को लेकर किया जा रहा है। दैनिक वेतनभोगियों, वर्कचार्ज व संविदा कर्मियों का विनियमितिकरण किया जाए, पुरानी पेंशन प्रणाली बहाल की जाए। लिपिक संवंर्ग की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर आयुक्त को सौंपा गया।
प्रदर्शन के दौरान नगर निगम कर्मचारी संघ के महामंत्री रमेश चंद्र शुक्ला ने कहा कि सामूहिक बीमा पॉलिसी बंद होने के कारण नव नियुक्त कर्मियों की पॉलिसी बंद हो गई, जिसे लागू कराया जाए। सविंदा पर भर्ती सफाई कर्मचारियों को नियमित कर उन्हें राज्य कर्मचारियों की तरह सुविधाएं दी जाएं। चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर भी शीघ्र ही भर्ती की जाए।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। पहले चरण में 30 नवंबर को निकायों में कार्यरत कर्मचारियों ने काला फीता बांध कर विरोध दर्ज कराया था। रमेश चंद्र शुक्ला ने कहा कि अगर मांगों को जल्द माना नहीं गया तो 28 फरवरी को लखनऊ में विशाल आम सभा का आयोजन किया जाएगा।