January 18, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। गंगा प्रदूषण मुक्ति अभियान समिति भारत के पदाधिकारियों ने गंगा सफाई को लेकर पनकी आवास विकास स्थित गंगा प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय में प्रदर्शन किया। समिति के पदाधिकारियों ने अल्टीमेटम दिया कि जनवरी के पहले सप्ताह तक गंगा साफ नही हुई तो गंगा प्रहरी आंदोलन को बाध्य होंगे।

हमें गंगाजल चाहिए, गंदा नाला नहीं चाहिए, जटा से निकली गंगा धारा शहर में मिल गया सीवर नाला… नारों के साथ गंगा प्रहरियों ने आवास विकास स्थित गंगा प्रदूषण कार्यालय में प्रदर्शन किया। गंगा प्रहरियों ने गंगा का दूषित जल लेकर प्रदर्शन करते हुए अविरल–निर्मल गंगा की मांग की।
इस अभियान के संयोजक रामजी त्रिपाठी ने कहा कि अविरल गंगा के लिए पं. मदन मोहन मालवीय ने ब्रिटिश सरकार से एक समझौता किया था। इस समझौते में ब्रिटिश सरकार ने वादा किया था कि गंगा की अविरलता नष्ट नहीं करेंगे। लेकिन स्वतंत्र भारत में गंगा में व्यापक रुप से बांध बने और गंगा की अविरलता नष्ट कर दी गई । शहरों से निकलने वाला प्रदूषित जल सीधे सहायक नदियों के माध्यम से गंगा में जा रहा है। 
आगामी महाकुंभ के मद्देनजर अधिकारियों को सीवर व कारखानों का पानी गंगा में न जाने की सख्त हिदायत दी गई।  लेकिन सीवर व उद्योगों का पानी लगातार डिस्चार्ज हो रहा है। जो कि श्रद्धालुओं की आस्था के साथ खुला  खिलवाड़ है। 
इस प्रदर्शन में गंगा प्रहरी दिनेश तिवारी, सिद्धिनाथ तिवारी, संजय शुक्ला, विजय तिवारी, हरि नारायण सिंह, राजेश बाजपेई, आर वी सिंह, मनोरमा मिश्रा, सुनीता शुक्ला, निशा, इन्नो तिवारी मौजूद रहीं।