January 18, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर।  एक निजी फाइनेंस कंपनी से लोगों ने फर्जी प्रपत्रों के आधार पर लाखों रुपए का लोन ले लिया और भूमिगत हो गए। कंपनी के क्रेडिट मैनेजर को जब पता चला तो हरबंशमोहाल थाने में कंपनी के कर्मियों समेत एक दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के प्रपत्रों की जांच के साथ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हरबंशमोहाल में सत्या माइक्रो कैपिटल लिमिटेड कंपनी का ऑफिस है। यहां पर प्रसून गोयल क्लस्टर क्रेडिट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। प्रसून के मुताबिक कंपनी का हेडक्वार्टर ओखला फेस वन नई दिल्ली में है। कम्पनी भारतीय रिजर्व बैंक से पंजीकृत है और स्वरोजगार के लिए लोन वितरित करती है।
प्रसून ने बताया कि कानपुर में भी कम्पनी से कुछ ऐसे  लोगों ने स्वरोजगार के लिए लोन लिया था। जिसमें फर्जी प्रपत्रों का इस्तेमाल किया गया था। लोन की रकम लेने के बाद इन लोगों ने उसकी किश्तें भी नहीं चुकाई और भूमिगत हो गए।
मिर्जापुर खडंजा कल्याणपुर निवासी डैनी राय ने 14 अक्तूबर 2023 को ढाई लाख रुपए का लोन लिया। इसके लिए उसने फर्जी हाउस टैक्स की रसीद लगाई। जिसे वैरीफाई करने में कम्पनी के कर्मचारी ऋषभ शुक्ला और रीजनल मैनेजर मोहम्मद अदनान ने उसकी मदद की। डैनी के ऊपर 2.11 लाख रुपए बकाया है।
आनंद नगर शुक्लागंज उन्नाव निवासी मनोज मिश्रा ने 21 नवम्बर 2023 को ढाई लाख रुपए का बिजनेस लोन लिया। इसके लिए उसने अपने आवास का फर्जी बिजली का बिल प्रस्तुत किया। इसे वैरीफाई करने के लिए कम्पनी के कर्मचारी अनिकेत तिवारी और आरएम अर्पित पाण्डेय ने उसकी मदद की। जब मामले में जांच हुई तो पता चला कि मनोज मिश्रा उक्त पते पर किराए पर रहता था। उसने मई 2024 से ईएमआई नहीं दी। उसपर 2.28 लाख रुपए बकाया है।
सेन पश्चिम पारा निवासी मुलायम सिंह यादव ने 8 फरवरी 2024 को दो लाख रुपए लोन लिया था। इसके लिए उसने नगर निगम की फर्जी हाउस टैक्स रसीद दाखिल की थी, इसके अलावा फर्जी सेल डीड कम्पनी में दाखिल की। इसे वैरीफाई करने में कम्पनी के कर्मचारी मान सिंह और आरएम अर्पित पाण्डेय ने उसकी मदद की। मुलायम सिंह पर 1.78 लाख रुपए का बकाया है।
प्रेम नगर शुक्लागंज निवासी अमित दीक्षित ने 22 मार्च 2024 को दो लाख रुपए का लोन लिया था। इसके लिए उसने कम्पनी में फर्जी हाउस टैक्स की रसीद लगाई थी। जिसे वैरीफाई करने में कम्पनी के कर्माचारी मान सिंह ने मदद की थी। आरोपी अब फरार है।
सराय लाठी मोहाल निवासी बादल कपूर ने तीन लाख रुपए का लोन लिया था। जिसमें कम्पनी के कर्मचारी अमित सिंह ने 45000 रुपए की रिश्वत ली थी। बादल कपूर ने इसकी शिकायत कम्पनी की ब्रांच ऑफिस में की थी। इसी तरह अमित ने रोहित राजपूत के दो लाख के लोन में 8500 रुपए रिश्वत ली थी। अमित से पूछताछ करने पर उसने गाली गलौज की। इसके साथ ही वो ग्राहकों को लोन अदा न करने के लिए बरगलाता भी है।
सिरकी मोहाल निवासी प्रशांत जायसवाल ने 10 नवम्बर 2023 को नगर निगम कानपुर नगर की फर्जी रसीद लगाकर 1.20 लाख का बिजनेस लोन प्राप्त किया। इस फर्जी दस्तावेज को वैरीफाई करने में उसकी मदद कम्पनी के कर्मचारी ऋषभ शुक्ला और आरएम मोहम्मद अदनान ने की थी। आरोपी पर 1.01 लाख रुपए बकाया है।
क्रेडिट मैनेजर के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में मैनेजर ओम शुक्ला की भूमिका सबसे ज्यादा लापरवाह रही। यह उनकी जिम्मेदारी थी कि ब्रांच का कार्य सही ढंग से नियमानुसार सम्पादित कराते। लेकिन उपरोक्त मामलो में ओम शुक्ला की मिलीभगत होने के कारण उन्होनें इसपर ध्यान नहीं दिया।
डैनी राय, ऋषभ शुक्ला, मोहम्मद अदनान, मनोज मिश्रा, अनिकेत तिवारी, अर्पित पाण्डेय, मुलायम सिंह यादव, मान सिंह, अमित दीक्षित, अमित सिंह सिकरवार, प्रशांत जायसवाल और ओम शुक्ला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
इंस्पेक्टर हरबंशमोहाल विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दस्तावेजों के सत्यापन के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।