— दोस्तों संग लखनऊ से नानामऊ घाट पर आए थे गंगा स्नान करने
कानपुर। नानामऊ घाट पर दोस्तों संग गंगा स्नान करने के दौरान गंगा नदी में डूबे डिप्टी डायरेक्टर आदित्यवर्धन सिंह का शव नौ दिन बाद मिल सका। उनका शव घटनास्थल से करीब 45 किमी दूर गंगा बैराज पर फंसा मिला। शव की शिनाख्त उसके दोस्त संतोष पटेल ने की और पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मूलत: उन्नाव जनपद निवासी आदित्यवर्धन सिंह स्वास्थ्य विभाग वाराणसी में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात थे। उनकी पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र में जिला जज है और भाई अनुपम कुमार सीनियर आईएएस हैं, जो इन दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सचिव हैं। आदित्यवर्धन सिंह लखनऊ के इंदिरा नगर में रहते थे और 31 अगस्त को दोस्त प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा के साथ कार से नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करने पहुंचे। तीनों लोग गंगा स्नान कर रहे थे कि इस दौरान सेल्फी लेने के चक्कर में वह गहरे पानी में चले गये और डूब गये। उस दिन से गोताखोर, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ पीएसी की टीम सर्च आपरेशन कर रही थी। नौ दिन बाद डिप्टी डायरेक्टर का शव घटनास्थल से करीब 45 किमी दूर गंगा बैराज में फंसा हुआ मिला। शव मिलने पर नवाबगंज पुलिस ने परिजनों को जानकारी दी और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एडीसीपी महेश कुमार ने सोमवार को बताया कि जानकारी के अनुसार आदित्यवर्धन सिंह तैरना जानते थे, लेकिन ओवर कॉफिडेंस में गहरे पानी में जाने के चलते हादसा हो गया। परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम कराकर नानामऊ घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।