January 17, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ से पहले कानपुर में मां गंगा की निर्मलता के साथ खिलवाड़ हो रहा है। यहां लगातार नालों से सीवेज गंगा नदी में जा रहा है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के निरीक्षण में टैप्ड दो नालों से अशोधित सीवेज गंगा नदी में जाते मिला है। 
टैप्ड बाबाघाट नाले का सीवेज बाबाघाट सीवेज पंपिंग स्टेशन से ओवरफ्लो होकर गंगा नदी में सीधे मिल रहा है।
जिससे प्रतिदिन 10 एमएलडी सीवेज गंगा नदी में जा रहा है। इसी तरह टैप्ड टैफ्को नाले से भी सीवेज का पानी रिसकर गंगा नदी में जा रहा है। जिससे गंगा लगातार दूषित हो रही हैं।
गंगा नदी की शुद्धता बनाये रखने के उद्देश्य से यूपीपीसीबी के अधिकारियों ने बाबाघाट नाले एवं टैफ्को नाले का निरीक्षण किया। 

इनमे बाबाघाट नाला टैप्ड है। इस नाले से निकल रहे सीवेज को 7.5 एमएलडी क्षमता के बाबाघाट सीवेज पंपिंग स्टेशन के माध्यम से शोधन के लिये जाजमऊ क्षेत्र में स्थित संयुक्त सीवेज पम्पिंग स्टेशन भेजा जाता है। बाबाघाट सीवेज पंपिंग स्टेशन में निरीक्षण में कुल 5 पम्प पाए गये, जिसमें 3 संचालित और 2 स्टैंड बाई पर मिले।
निरीक्षण में ज्ञात हुआ कि परेड क्षेत्र में स्थित 1200 एमएम डाया की आरसीसी ब्रिक बैरल लाइन को परेड मेट्रो स्टेशन के समीप से म्योरमिल नाले में डायवर्ट किया गया है। जिससे बाबाघाट सीवेज पम्पिंग स्टेशन में लगे पंपिंग स्टेशन में क्षमता से अधिक सीवेज मिल रहा है।
जिसके कारण टैप्ड बाबाघाट नाले से लगभग 10 एमएलडी सीवेज ओवरफ्लो होकर गंगा नदी में सीधे मिल रहा है।