January 21, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
राज्यसभा में अंबेडकर पर टिप्पणी के बाद अमित साह का पुतला फूंकने के मामले में पुलिस ने देर रात तीन एफआईआर दर्ज की है। गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने वाले अधिवक्ताओं, सपा नेताओं और सीएसए के छात्रों पर देर रात अलग-अलग थानों में 40 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने खुद अपनी ओर से तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई है।
पहले मामले में अंबेडकर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के विरोध में समाजवादी पार्टी के नेता डीएम को ज्ञापन सौंपने के साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आरोप है कि इस दौरान सपाइयों ने बाबा अंबेडकर की तस्वीर को पैर से कुचल दिया। इस पर कोतवाली पुलिस ने समाजवादी युवजन सभा के नगर अध्यक्ष अर्पित त्रिवेदी, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के नगर अध्यक्ष शादाब आलम, समाजवादी लोहिया वाहिनी नगर अध्यक्ष दीपक खोटे सहित 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
दूसरे मामले में सीएसए कृषि विश्वविद्यालय में एनएसयूआई मध्य उत्तर प्रदेश के छात्र नेता सौरभ के नेतृत्व में कर्पूरी ठाकुर छात्रावास के बाहर गृहमंत्री का पुतला फूंका गया। विरोध करते हुए छात्रों ने कहा कि जय भीम हमारी पहचान है। गृहमंत्री को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। डॉ. भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी को लेकर हॉस्टल में देर रात तक विरोध प्रदर्शन और हंगामा करने के बाद पुतला दहन किया गया। इस पर सीएसए चौकी इंचार्ज ने नवाबगंज थाने में 15-20 छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर नवाबगंज ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज से छात्रों को पहचाना जाएगा।
तीसरे मामले में कुछ अधिवक्तागण कचहरी में घूम-घमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अधिवक्ताओं ने कोतवाली पुलिस को चकमा देकर कचहरी परिसर में मस्जिद के पास ग्रहमंत्री का पुतला फूंक दिया। जिस पर पुलिस ने कोतवाली थाने में राहुल कनौजिया, रोहित सोनकर, बुद्ध चंद्र, सागर यादव, बीएन पाल, वीरेंद्र प्रताप और आरके यादव समेत सात अन्य अधिवक्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है।