December 3, 2024

कानपुर। सत्तादल का वार्ड अध्यक्ष भी अपने दल की सरकार होने की गर्मी कहीं भी दिखा सकता है। इसका एक नजारा सोमवार को रावतपुर के वार्ड-25 से भाजपा  वार्ड अध्यक्ष आयुष शुक्ला और काकादेव थाना प्रभारी मनोज भदौरिया के बीच हुई गरमा गर्मी में देखने को मिला । इसका एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में भाजपा  का वार्ड अध्यक्ष लगातार थानेदार से चीखते हुए बात कर रहा है। इतना ही नहीं उसने थानेदार की एक नहीं सुनी और लगातार बदजुबानी करता रहा। इसके बाद भी मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस ने  वीडियो एक महीने पुराना है कहकर मामले से पल्ला झाड़ रखा है।
वायरल वीडियो में भाजपा का वार्ड अध्यक्ष आयुश शुक्ला और सिविल ड्रेस में कुर्सी पर बैठे काकादेव थाना प्रभारी मनोज सिंह भदौरिया के बीच हॉट टॉक हो रही है। इस दौरान वार्ड अध्यक्ष थानेदार से कह रहा है कि मैं बीजेपी कार्यकर्ता हूं किसी भी थाने में किसी भी जगह ऐसे ही बात करूंगा।
जब थानेदार ने कहा-आराम से बात करो, बिल्कुल आराम से बात करो, इस पर तो भाजपा नेता और भड़क गया । बोला  मैं तो आराम से ही बात कर रहा हूं, आप ही गर्मी से बात कर रहे हैं। थानेदार ने कहा देखो तुम नेतागिरी मत दिखाओ तो भाजपा का वार्ड अध्यक्ष बोला बिल्कुल नेतागिरी दिखाएंगे।
थानेदार ने कहा कि कौन है आपका मंडल अध्यक्ष बताओ हम बात कर लें, तो भाजपा नेता बोला हम क्यूं बताएं। थानेदार ने खुद को मंडल अध्यक्ष बताने वाले वहां मौजूद युवक से कहा कि इनको पहले बंद कराओ यार।
थानेदार चीख-चीख कर बार-बार कहते रहे कि आराम से बात करो-आराम से बात करो, लेकिन भाजपा वार्ड अध्यक्ष ने एक नहीं सुनी। इसके बाद भी भाजपा नेता नहीं थमे और थानेदार से बदसलूकी और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए बात करते रहे। 3 मिनट 11 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस मामले में कानपुर पुलिस की ओर से सफाई जारी करते हुए बताया गया कि सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो रहे उपरोक्त वीडियो के सन्दर्भ में अवगत कराना है कि यह वीडियो लगभग एक महीने पुराना है। जब गणेश प्रतिमा स्थापित हो रही थी।
काकादेव क्षेत्र स्थित श्यामलीला अपार्टमेंट के बाहर रावतपुर थाना क्षेत्र के कुछ लड़के गणेश प्रतिमा स्थापित कर रहे थे, जिनका मोहल्ले के स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा था। स्थानीय लोगों द्वारा इस संबंध में पुलिस को सूचना दिए जाने पर पुलिस ने मौके पर जाकर प्रतिमा स्थापित कर रहे लोगों से परमीशन लेने को कहा  था। तत्पश्चात कार्यक्रम शांति पूर्वक संपन्न कराया गया था।