
आ स. संवाददाता
कानपुर। रामनवमी में लाउड स्पीकर को लेकर हुए बवाल और पुलिस से झड़प के बाद शहर का सियासी माहौल पूरी तरह से गर्म हो गया है। मूलगंज और रावतपुर समेत अन्य थानों में हिन्दूवादी नेताओं के खिलाफ कुल 12 एफआईआर दर्ज हुई है।
रिपोर्ट दर्ज होने के अगले दिन ही चंद्रेश्वर हाता की शोभायात्रा में शामिल लोगों का मेस्टन रोड की दुकानों में जमकर तोड़फोड़ और गुंडागर्दी का वीडियो सामने आ गया। इसके बाद दूसरी तरफ बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने कहा है कि वह किसी भी कार्यकर्ता को जेल नहीं जाने देंगे।
रामनवमी पर नई सड़क के चंद्रेश्वर हाता से विशाल शोभायात्रा निकलती है। यात्रा के दौरान भगदड़ मची तो हिन्दूवादी संगठनों के नेता ने आरोप लगाया कि दूसरे संप्रदाय के लोगों ने पथराव कर दिया है। लेकिन पुलिस ने जांच शुरू की तो एक वीडियो से पूरी सच्चाई सामने आ गई। इस वीडियो में शोभायात्रा में शामिल भगवाधारी युवको ने ही तोड़फोड़ और हंगामा किया था।इसके बाद वहां से पथराव करके हंगामा करते हुए भागे तो अफरा-तफरी का माहौल हो गया था।
वहीं, दूसरी तरफ रावतपुर में लाउड स्पीकर को लेकर पुलिस से झड़प और गंभीर धाराओं में हिन्दूवादी संगठनों के लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। वहीं, मूलगंज में भी झूठी अफवाह फैलाने और माहौल बिगाड़ने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इसके बाद से हिन्दू संगठनों में पुलिस के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है।
इसी बीच मेस्टन रोड में चंद्रेश्वर हाते वाली शोभायात्रा में शामिल भगवाधारियों के दूसरे संप्रदाय के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ और मारपीट करके माहौल बिगाड़ने का वीडियो सामने आ गया है ।
इस दौरान भाजपा के जिलाध्यक्ष ने कहा कि वह किसी भी कार्यकर्ता को जेल नहीं जाने देंगे। भले ही उन्हें क्यों न सड़क पर उतरकर मामले में लड़ाई लड़नी पड़े। फिलहाल पुलिस ने दोनों ही मामलों में अभी तक किसी की अरेस्टिंग नहीं की है।
बीजेपी जिलाध्यक्ष अनिल दीक्षित ने कहा कि कानपुर में पांच थानों में इस तरह के 12 मुकदमें दर्ज किए गए हैं। हमने सारी एफआईआर की कॉपी को मंगाया है। सभी कॉपी लेकर अपने नेताओं के साथ बैठकर बातचीत करेंगे। कुछ भी हुआ हो लेकिन हम ये भरोसा दिलाते हैं कि हमारे रहते हम किसी एक भी कार्यकर्ता को जेल नहीं जाने देंगे।
चाहे हमको इस बात के लिए अपने नेताओं से किसी भी स्तर पर जाकर बात करनी पड़े। इसके बाद हम अधिकारियों से भी बात करेंगे। ये जांच का विषय है कि कहां पत्थर चले, कहां नहीं।
वो अगर गंभीर धाराओं में इस तरह कार्यकताओं पर एफआईआर दर्ज करेंगे तो मैं भाजपा का जिलाध्यक्ष होने के नाते चुपचाप तो नहीं बैठने वाला हूं। कार्यकर्ताओं को किसी भी सूरत में जेल नहीं जाने दूंगा।