
आ स. संवाददाता
कानपुर। दो दिन बाद शुरू हो रहे महाकुंभ को लेकर कानपुर में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गंगा किनारे चलने वाली सभी 356 टेनरियों को बंद करा दिया गया है। किसी में भी गीला काम नहीं होने दिया जाएगा। इसकी निगरानी के लिए टीमों का गठन भी किया गया है। गीला काम होते पाए जाने पर टेनरी को सील कर दिया जाएगा।
प्रयागराज में महाकुंभ के आयोजन से पहले संचालन न होने को लेकर टेनरी संचालकों ने कहा है कि उन्हें इससे किसी तरीके की परेशानी नहीं है।
काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के पूर्व अध्यक्ष मुख्तारुल अमीन ने कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ को देखते हुए टेनरी संचालकों ने अपने कारोबार की भी प्लानिंग पहले ही कर ली थी। उन्होंने जो भी ऑर्डर लिए थे या जो भी माल विदेशों में भेजा जाना था उसके लिए सारी योजना बना ली थी।
टेनरियो पर नजर रखने के लिए टीम का गठन किया गया है। महाकुंभ के दौरान उद्योग में शुष्क प्रक्रिया को छोड़कर, उद्योगों में अन्य उत्पादन प्रक्रिया बंद कराने का निर्देश उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिए हैं। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आरओ अमित मिश्रा ने बताया कि टेनरियो के लिए रोस्टर जारी किया गया है।
जाजमऊ स्थित टेनरीयों की जांच के लिए अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम से लेकर षष्ठम के नेतृत्व में 5-5 सदस्यीय टीमे उद्योगों पर नजर रखेगी।
इसी प्रकार दादानगर, फजलगंज और पनकी में उद्योगों की जांच की जिम्मेदारी अपर नगर मजिस्ट्रेट सप्तम, रूमा के उद्योगों पर निगरानी उप जिलाधिकारी नरवल के नेतृत्व में टीम करेंगी। सभी टीमों ने निरीक्षण किया, लेकिन एक भी टेनरी संचालित नहीं मिली।
कानपुर नगर, उन्नाव, कानपुर देहात और हरदोई के उद्योगों से गंगा में गिरने वाला पानी प्रयागराज तक तीन दिन में पहुंच जाता है। इन शहरों के उद्योगों को स्नान की तारीख से चार दिन पहले से ही उत्पादन बंद रखने की सख्त हिदायत दी गई है।