
आ स. संवाददाता
कानपुर। नगर निगम में महापौर के नाम से संचालित अम्मा कैंटीन अनिश्चितकालीन समय के लिए बंद कर दी गई है। दरअसल, कैंटीन संचालिका के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर 30 हजार रुपए ऐंठने का आरोप है। पीड़ित महिला ने महापौर से शिकायत की तो महापौर ने कैंटीन को बंद करा दिया और जांच के आदेश दिए हैं।
नगर निगम में स्वयं सहायता समूह द्वारा अम्मा कैंटीन का संचालन 2 अगस्त 2023 को शुरू किया गया था। डूडा के तहत स्वयं सहायता समूह की संचालिका रुचि गुप्ता को कैंटीन संचालन का जिम्मा सौंपा गया था। रुचि और उनके पति पवन इसका संचालन कर रहे थे। कैंटीन में रोज सैकड़ों की संख्या में लोग खाना खाते थे।
25 जनवरी को महापौर प्रमिला पांडेय के सामने जवाहर नगर निवासी उर्मिला शर्मा आई और उन्होंने कैंटीन संचालिका रुचि गुप्ता के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया कि रूचि ने नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 30 हजार रुपए ठग लिए।
नौकरी न लगने पर उर्मिला ने रुपए वापस मांगे तो रुचि और उनके पति ने उन्हें धमकाते हुए एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए महापौर ने तत्काल कैंटीन को बंद करने के निर्देश दिए।
प्रभारी केयर टेकर रामजी अवस्थी ने बताया कि महापौर ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। फिलहाल कैंटीन को बंद करा दिया गया है। कैंटीन को लेकर जांच के बाद ही महापौर फैसला लेंगी।